दिल्ली चुनाव : बल्लीमारान सीट विधायक के साथ मंत्री भी बनाती है


दिल्ली की बल्लीमारान विधानसभा व सीट न केवल विधायक को चुनकर विधानसभा में भेजती है, बल्कि यहां से चुना जाने वाला विधायक मंत्री भी बनता है। पहले कांग्रेस की शीला सरकार में हारुन युसूफ और फिर केजरीवाल सरकार में इमरान हुसैन यहां से जीतकर मंत्री बने हैं।

मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बसाया गया बल्लीमारान अपने नाम और काम दोनों के लिए मशहूर है। बंटी और बबली फिल्म का मशहूर गीत काली कमली वाले..बल्लीमारान से दरीबे तक तेरी मेरी कहानी दिल्ली हो या फिर मिर्जा गालिब की हवेली, बल्लीमारान का जिक्र कई जगह मिल जाता है। चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली बल्लीमारान लालकिला और फतेहपुरी मस्जिद के बीचो-बीच एक मुस्लिम बहुल इलाका है। जूतों व लेडीज चप्पलों का यह सबसे बड़ा बाजार भी है।

दिल्ली को विधानसभा का दर्जा मिलने के बाद 1993 से ही लगातर 20 साल तक 5 चुनावों में से कांग्रेस के हारुन युसूफ बल्लीमारान सीट से जीतते रहे। हारुन युसूफ शीला दीक्षित की सरकार में कद्दावर मंत्री रहे हैं। दो दशक लंबी चली हारून युसूफ की इस शानदार लंबी पारी को आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में झटका दिया। 2015 में आप के इमरान हुसैन ने बल्लीमारान सीट जीत कर हारुन युसूफ के विजयरथ को न केवल रोका, बल्कि उनके तीसरे स्थान पर धकेल दिया। वहीं बल्लीमारान में भाजपा आजतक अपना खाता भी नहीं खोल सकी है।

बल्लीमारान की ही एक हवेली में रहते थे मशहूर शायर मिर्जा गालिब। उन्हें यहां की तंग गलियों से बेहद लगाव था। तभी तो उन्होंने कहा था, कौन जाए गालिब इन तंग गलियों को छोड़कर।

बहरहाल, गालिब दुनिया से चले गए और इधर बल्लीमारान की तंग गलिया और तंग हो चुकी हैं। यहां लटकते बिजली के तार लोगों की सबसे बड़ी समस्या है। सीवर, बरसात में होने वाली गंदगी, हर रोज लगने वाला ट्रैफिक जाम, इलाके में अच्छे स्कूल और अस्पतालों की कमी हर बार की तरह इस बार भी चुनावी मुद्दा है। सुकून की बात यह है कि इलाका तो बदहाल है, मगर गालिब की हवेली अब अच्छी हालत में है और उसे धरोहर के रूप में संजोया गया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2020 में बल्लीमारान में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। आप ने अपने मौजूदा विधायक इमरान हुसैन को फिर से मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व मंत्री हारुन युसूफ मुकाबले में हैं। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में हारे हुए प्रत्याशी श्याम लाल को बदलकर नई उम्मीदवार लता सोढ़ी को टिकट दिया है। इमरान हुसैन को पिछले चुनाव में 59.71 फीसदी वोट मिले थे और उन्होंने रिकॉर्ड 33 हजार से अधिक मतों से यह चुनाव जीता था।

बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में पहाड़गंज का कुछ हिस्सा, ईदगाह, नबी करीम, कुतुब रोड, बगीची, मोतियाखान, बाड़ा हिंदूराव, मुल्तानी ढांडा और कसाबपुरा आदि प्रमुख बस्तियां आती हैं। ये सभी रिहायशी बस्तियां पिछली सदी में बसाई गई थीं। इनके अलावा थोक के बाजार खारी बावली, नया बांस, फराश खाना भी इस विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में कई मुस्लिम बहुत इलाके आते हैं। ऐसे में यहां मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका हैं। यहां कुल वोटर 1,40,968 हैं। इनमें 63,358 महिला और 77,596 पुरुष मतदाता हैं।

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