तमिलनाडु सरकार प्रवासियों के बीच तमिल भाषा को बढ़ावा देगी

 

तमिलनाडु  सरकार आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके प्रवासी और अन्य लोगों के बीच तमिल भाषा को बढ़ावा देना चाहती है। विभाग ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि विदेशों और अन्य राज्यों में रहने वाले तमिल समुदाय के बीच तमिल भाषा और तमिल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जा रही हैं।

तमिल विकास और सूचना विभाग तकनीकी शिक्षा सहित शिक्षा के लिए नए तमिल शब्द बनाने के लिए तमिल भाषा में तमिल विद्वानों, शोधकतार्ओं और शिक्षाविदों से भी परामर्श कर रहे है। राज्य सरकार 12 अक्टूबर को तमिल भाषा और संस्कृति में प्रमुख विकास की घोषणा करेगी, जो कि केंद्र सरकार की अधिसूचना के बाद उसी दिन 2004 में भाषा को शास्त्रीय दर्जा मिलने के बाद शास्त्रीय तमिल भाषा है।

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को विभाग से विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में तमिल चेयर स्थापित करने और वैश्विक तमिल प्रवासियों के बीच तमिल भाषा को खासकर तमिल आबादी की युवा पीढ़ी के बीच बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार से तमिल क्लासिक तिरुक्कुरल को राष्ट्रीय पुस्तक के रूप में घोषित करने का भी अनुरोध किया है। तमिल भाषा और संस्कृति विभाग तिरुक्कुरल को राष्ट्रीय पुस्तक के रूप में बनाने के लिए केंद्र सरकार से मुख्यमंत्री की अपील का पालन करने की प्रक्रिया में है। विभाग राज्य में केंद्र सरकार के कार्यालयों के साथ-साथ राज्य में कार्यरत बैंकों में भी तमिल भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे है।

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