राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक सर्कुलर में कहा है कि तमिलनाडु के 19 टोल प्लाजा पर 1 सितंबर से यूजर फीस में 7 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी पवन कुमार ने एक बयान में कहा कि कुछ जगहों पर दरों में संशोधन 7 से 10 फीसदी के बीच होगा लेकिन कुछ जगहों पर यह न्यूनतम होगा।
पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह टोल प्लाजा शुल्क में बढ़ोतरी का विरोध करेगी और पार्टी के संस्थापक नेता एस रामदास ने धमकी दी है कि पार्टी इसके खिलाफ विरोध मार्च करेगी।
पीएमके नेता ने एनएचएआई से राज्य में टोल प्लाजा स्थापित करने में होने वाली लागत के साथ-साथ उपयोगकर्ताओं से वसूले जाने वाले शुल्क पर एक श्वेत पत्र पेश करने का आह्वान किया था।
उन्होंने टोल प्लाजा पर संग्रह से होने वाले खर्च और फायदे पर एक विस्तृत विवरण भी मांगा। रामदास ने कहा है कि प्रस्तावित बढ़ोतरी बहुत बड़ी है और इससे राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में तेजी आएगी।
तमिलनाडु लॉरी ओनर्स एसोसिएशन ने भी राज्य में टोल प्लाजा दरों में बढ़ोतरी पर आपत्ति जताई है। एक संगठन के वरिष्ठ सदस्य आर. नागरत्नम ने बताया, लॉकडाउन हटने के बाद टोल प्लाजा शुल्क में वृद्धि से हमारे खचरें में वृद्धि होगी क्योंकि उद्योग पिछले 18 महीनों से ठप पड़ा था इसलिए एनएचएआई को टोल दरों में तत्काल वृद्धि से बचना चाहिए।