नई दिल्ली, 24 अक्टूबर । दिल्ली विश्वविद्यालय में अगले माह से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने जा रहा है। अगले महीने से प्रथम वर्ष के छात्र कॉलेजों में दाखिला लेंगे और उनकी नियमित कक्षाएं शुरू हो सकेंगी। इस बीच नए छात्रों की रैगिंग रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ने रैगिंग रोकने व इसके खिलाफ कार्रवाई संबंधी एक विशेष गाइडलाइन जारी की है।
दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि एंटी-रैगिंग पहल के तहत विश्वविद्यालय प्रशासन 2 से 11 नवंबर के बीच उत्तर और दक्षिण परिसर में नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा। रैगिंग रोकने और जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में विभिन्न कॉलेजों एवं विश्वविद्यालय कैंपस के अन्य क्षेत्रों में बाकायदा गाइडलाइन वाले पोस्टर लगाने का निर्णय लिया है। एंटी-रैगिंग गाइडलाइंस वाले यह पोस्टर हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में होंगे। छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस पिकेट भी लगाई जाएंगी यह पुलिस पिकेट कॉलेजों के आसपास ही लगाए जाने का प्रस्ताव है। इस पुलिस पिकेट में विशेष तौर पर महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। छात्रों की सहायता के लिए एनसीसी कैडेट की भी नियुक्ति की जाएगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वे अपनी ओर से छात्रों को जागरूक करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। वहीं पुलिस तैयारियों की बात की जाए तो विभिन्न कॉलेजों के बाहर सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। यह महिलाकर्मी खासतौर पर कॉलेजों में दाखिला लेने वाली नई छात्राओं की मदद के लिए तैनात की जा रही हैं। वहीं रैगिंग में शामिल पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय ने कठोर कदम उठाने का ऐलान किया है। विश्वविद्यालय का कहना है कि इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले छात्रों को निष्कासित भी किया जा सकता है।
विश्वविद्यालय के मुताबिक, यदि कोई छात्र रैगिंग का शिकार होता है तो वह मदद के लिए कॉलेज के अधिकारियों को लिखित शिकायत कर सकता है या यूजीसी कि 24 घंटे चालू रहने वाली हेल्पलाइन 1800805522 पर कॉल कर सकता है।
गौरतलब है कि देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों की तरह इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय निधि अंडर ग्रेजुएट दाखिले सीयूईटी परीक्षाओं के माध्यम से हो रहे हैं। इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय ने कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) बनाया है। इस नए सिस्टम के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय अपनी पहली मेरिट लिस्ट जारी कर चुका है। विश्व विद्यालय की पहली मेरिट लिस्ट के बाद ही अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की 80 प्रतिशत सीटें फुल हो चुकी हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि डीयू से संबंधित सभी कॉलेजों में इस वर्ष कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस पोर्टल) के माध्यम से तीन चरणों दाखिला होगा। पहले चरण में 12 सितंबर से सीएसएएस पोर्टल के जरिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था। छात्र-छात्राओं ने दूसरे चरण में अपनी पसंद के कोर्स और कॉलेज के लिए सीएसएएस पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय अपनी पहली कट ऑफ लिस्ट जारी की है। इस कट ऑफ लिस्ट के आधार पर छात्रों को विभिन्न कॉलेजों एवं पाठ्यक्रमों में दाखिले मिल रहे हैं।
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