शिक्षकों के मुताबिक कई छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा अथवा संसाधन मौजूद नहीं है। दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ने कहा, लगभग 50 फीसदी छात्र अपने शिक्षण संस्थानों या कॉलेज के संपर्क में नहीं हैं।
स्वयं दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों के मुताबिक ऐसे में यदि दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, तो वे छात्र परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे जो फिलहाल दिल्ली से बाहर हैं।
उधर दूसरी ओर, दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में पिछले साल की तुलना में एक लाख ज्यादा आवेदन आए हैं। इस वर्ष कुल 3,53,717 छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया है।
पिछले साल दिल्ली विश्वविद्यालय को स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 2.58 लाख आवेदन मिले थे। आवेदन की आखिरी तारीख 31 अगस्त थी।