उत्तरी पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद अब हालात सामान्य हो रहे रहे हैं। सड़कों पर आवाजाही सामान्य होने लगी है और कुछ दुकानें भी खुलने लगी हैं। क्षेत्र में जुमे की नमाज को देखते हुए एहतियात के तौर पर अतिरिक्त सतर्कता बरती गई। पुलिस लगातार गश्त कर रही है, ताकि हालात दोबारा बेकाबू न हों।
सीलमपुर से मौजपुर मार्ग को खोल दिया गया है, जिससे गाड़ियों की आवाजाही बनी रहे। साथ ही सभी मेट्रो स्टेशन भी सामान्य तौर पर खुले हैं। मेट्रो स्टेशनों के आसपास अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है, लेकिन जाफराबाद की गलियों में अभी भी दुकानें बंद हैं। यहां कई परिवार ऐसे भी हैं, जो हिंसा के समय अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। वे अभी तक वापस नहीं आए हैं। जाफराबाद में जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।
इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम किए गए। जाफराबाद स्थित एक मदरसा संभालने वाले मोहम्मद अमीनी ने आईएएनएस से कहा, हम अपील कर रहें है कि शांति बनाए रखें। साथ ही जो लोग पहले सड़कों पर नमाज पढ़ते थे, उनसे भी कहा जा रहा है कि इस बार थोड़ा एहतियात बरतें और कोशिश करें कि सड़कों पर नमाज न पढें़, ताकि दूसरे लोगों को मौका न मिले और फिर माहौल खराब न हो। जाफराबाद और मौजपुर के बीच स्थित एक स्टीम प्रेस के कारखाने के संचालक हरीश ने आईएएनएस को बताया, कब तक दुकान बंद रखेंगे। काम तो करना ही है। पिछले तीन दिन से दुकान बंद थी माहौल की वजह से। लेकिन अब शांत है सब कुछ। मेरे पीछे इस दुकान की रखवाली यहीं के रहने वाले एक शख्स ने की और मेरी दुकान में किसी ने कुछ नुकसान नहीं किया और आज मैं आया हूं मुझसे भी किसी ने कुछ नहीं कहा।