दिल्ली, ३० जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को छोटे कारोबारियों के लिए नई स्कीम को लॉन्च किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में राइजिंग एंड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP), ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ और अन्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। विश्व बैंक के सहयोग से अगले 5 वर्षों में RAMP में 6,000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। RAMP के माध्यम से MSME सेक्टर की फाइनेंस और बड़े बाजारों तक आसान पहुंच होगी। इस अवसर पर पीएम ने कहा, एमएसएमई सेक्टर का सशक्त होना जरूरी है। स्थानीय उत्पादों को ग्लोबल बना रहे हैं. एमएसएमई सेक्टर के लिए हमारी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। हमारी सरकार ने 18 हजार एमएसएमई को 500 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘उद्यमी भारत’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी मौजूद रहे.MSME सेक्टर का विस्तार करने पर अभूतपूर्व बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज अनेक नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। यह योजनाएं MSME सेक्टर की गुणवत्ता और तरक्की से जुड़ी हैं।
MSME सेक्टर को मजबूती देने के लिए पिछले आठ साल में हमारी सरकार ने बजट में 650 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। यानि हमारे लिए MSME का मतलब है- मैक्सिमम सपोर्ट टू MSME
केंद्र सरकार ने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) के तहत साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए की मदद MSMEs के लिए सुनिश्चित की जिससे करीब 1.5 करोड़ रोज़गार खत्म होने से बचे जो बहुत बड़ा आंकड़ा है।
पीएम ने कहा, अगर आप थर्मस भी बेचना चाहते हैं तो GeM पोर्टल से सरकार खरीद सकती है। मुझे मेरे ऑफिस में थर्मस की जरूरत थी, हम GeM पोर्टल पर गए जहां तमिलनाडु के एक गांव की महिला ने थर्मस उपलब्ध कराई। तमिलनाडु के गांव से PMO में थर्मस आई, उनको रुपए मिल गए और मुझे गर्म चाय. यह GeM पोर्टल का फायदा हुआ। उन्होंने कहा, पहली बार खादी और ग्रामोद्योग का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा है। ये इसलिए संभव हुआ है क्योंकि गांवों में हमारे छोटे-छोटे उद्यमियों ने हमारी बहनों ने बहुत मेहनत किया है। बीते 8 वर्षों में खादी की बिक्री 4 गुणा बढ़ी है।