चेन्नई के किशोरों में बीए.4 ओमिक्रॉन वैरिएंट की संभावना: तमिलनाडु मंत्री

तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि एक सभी जीनोम-सीक्वेंसिंग प्रयोगशाला से शुरूआती रिपोर्ट में राज्य में ओमिक्रॉन वैरिएंट बीए.4 की संभावना का संकेत मिला है।

इसकी पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की रिपोर्ट के बाद ही होगी। अगर पुष्टि होती है, तो शुक्रवार को तेलंगाना में वैरिएंट के एक और मामले की पुष्टि होने के बाद ओमिक्रॉन वैरिएंट बीए.4 का यह दूसरा मामला होगा।

मंत्री ने कहा कि 19 वर्षीय महिला मरीज, जो चेन्नई के नवलूर में एक गेटेड समुदाय में रहती है और जो 9 मई को इस वैरिएंट से संक्रमित पाई गई, वह ठीक हो चुकी है। उनकी मां, जो इसी अवधि के दौरान कोविड पॉजिटिव थी, वह बीए.2 वैरिएंट की चपेट में थी और उन्होंने कहा कि ना तो बेटी और ना ही मां का कोई यात्रा इतिहास था।

राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला, जिसमें जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशाला है, नियमित आधार पर समूहों से नमूने एकत्र करती है।

सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला ने 19 वर्षीय बेटी और उसकी मां के नमूने पूरे जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 15 मई को राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (एनईईआरआई) को भेजे थे।

परिणामों में पाया गया कि मां ओमिक्रॉन वैरिएंट की बीए.2 की चपेट में थी और बेटी के पास बीए.4 की चपेट में थी।

तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, हम एनसीडीसी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहे हैं और परिवार के दो सदस्य आम तौर पर एक ही समय में प्रभावित होने पर एक ही प्रकार के होते हैं। यहां हम सोच सकते हैं कि इसका स्रोत मां और बेटी का वैरिएंट अलग हो सकता है।

मंत्री मा सुब्रमण्यम ने बताया, यह स्पष्ट है कि पात्र लोगों को पूरी तरह से टीका लगवाने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखना चाहिए।

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