चीन की नाराजगी के बावजूद ताइवान को हथियार बेचेगा अमेरिका


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने ताइवान को 2.2 अरब डॉलर की हथियार बिक्री की मंजूरी दे दी है। जबकि चीन ने इस फैसले को वाशिंगटन-बीजिंग संबंधों के लिए ‘अत्यंत संवेदनशील और हानिकारक’ बताया है। पेंटागन ने सोमवार को इसकी पुष्टि की, जिसमें 108 एब्राम टैंक, 250 स्टिंगर मिसाइल और संबंधित उपकरणों की बिक्री शामिल है।

पेंटागन की रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने कहा कि बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में बदलाव नहीं होगा और इसने कांग्रेस को इस कदम की सूचना दी है।

बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा, पिछले महीने चीन के विदेश मंत्रालय ने बिक्री को रोकने के लिए अमेरिका से आग्रह किया था। उन्होंने इसे अत्यंत संवेदनशील और हानिकारक निर्णय कहा।

गौरतलब है कि चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने भी अमेरिका से ‘वन चाइना’ नीति का पालन करने का आह्वान किया, जिसके तहत अमेरिका केवल चीन के साथ औपचारिक संबंध रखेगा, न कि ताइवान के साथ।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद लंबे समय से वाशिंगटन-बीजिंग संबंधों में एक विवादास्पद बिंदु बना हुआ है, जो अब और अधिक विवादास्पद हो गया है।

साल 2016 में पदभार ग्रहण करने के बाद, ट्रंप ने ताइवान के राष्ट्रपति त्से इंग-वेन से फोन पर बात भी की थी।

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