कोरोना काल में हमारे डॉक्टर्स की जितनी तारीफ की जाए वो कम है. डॉक्टरों को भगवान का रूप कहा जाता है, गुजरात के अदाजन अस्पताल के एक डॉक्टर ने इस कहावत को सही साबित किया है. अदाजन अस्पताल में एक डा़क्टर ने अपनी जान खतरे में डाल कर दूसरे मरीज की जान बचाई|
कोविड -19 अस्पताल में कोरोना से संक्रमित एनेस्थेटिक डॉक्टर डॉ. संकेत पटेल हाईफ्लो ऑक्सीजन पर आईसीयू में भर्ती थे. उसी समय आईसीयू में बगल के बेड पर ऑक्सीजन की कमी होने पर एक 70 वर्षीय मरीज को वेंटिलेटर पर रखा जाना था |
मरीज को तत्काल मदद की जरूरत थी. अस्पताल में उस समय कोई एनेस्थेटिक डॉक्टर मौजूद नहीं था. डॉ. पटेल एनेस्थेटिक तो थे लेकिन वे खुद हाईफ्लो ऑक्सीजन पर थे.
इतने कम समय में दूसरे एनेस्थेटिक डॉक्टर को बुलाने का समय नही था|
मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी. ऐसे में डॉक्टर पटेल ने अपनी चिन्ता किये बगैर अपना ऑक्सीजन पाइप हटा कर उस मरीत के पास पहुंचे और मरीज की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई|
हालांकि उनके सहयोगी डाक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने डॉक्टर पटेल का ऐसा करने से रोका भी लेकिन आपातकाल स्थिति में भी डॉक्टर पटेल ने अपने धर्म का निर्वहन किया. बता दें कि डॉ. संकेत पटेल कोरोना पॉजिटिव हैं और वे अदाजन के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं|