कारवां ने कौशांबी के कामदगिरी, विंध्याचल और सुमेरू टॉवर से पानी का नमूना लिया। इन्हे कमला नेहरू नगर स्थित नेशनल टेस्ट हाउस और दिल्ली की एक लैब में इसकी जांच कराई गई, वहीं जांच में पानी के तीनों सैम्पल फेल हो गए।
हालंकी भूगर्भ जल विभाग के नोडल अधिकारी हरि ओम ने बताया कि, मामला संज्ञान में आ गया है हम आगामी तीन तारिक को डीएम साहब की अध्यक्षता में बैठक करने जा रहे हैं जिसमें जल विभाग, पॉल्यूशन व सबंधित विभाग के लोग रहेंगे, जिसके बाद उसमें तय होगा कि आगे क्या करना है और पानी की जांच होगी या नहीं।
इस मामले पर विध्यांचल बिल्डिंग एसोसिएशन की सचिव रेखा बक्शी ने आईएएनएस को बताया कि, कौशांबी अपार्टमेंट रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (कारवां) के अध्यक्ष विनय कुमार मित्तल द्वारा यह जांच कराई गई, पानी की समस्या काफी समय से चल रही है। लोग आए दिन बोलते थे, कि पानी में बदबू आ रही है। फिर बाद हर कोई इसकी चर्चा करने लगा की पानी को सुधारने का काम किया जाए और रेन वाटर हारवेस्टिंग पर काम किया जाए।
छट पूजा के दौरान गंगा कैनाल की सफाई करने के कारण इसे बंद कर दिया जाता है, जिसके बाद हम लोग ग्राउंड वॉटर पर निर्भर हो जाते हैं। मेरी जानकारी में कई ऐसी मरीज है जिन्हे कैंसर की बीमारी है और कई लोगों की मौत होती है। हालांकि मैं साफ तौर पर नहीं कह सकती यह पानी के कारण ही होती है, लेकिन एक कारण पानी भी है।
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