क्या इजरायली दूतावास पर हमले में है ईरान का हाथ? कहीं पुराना बदला लेने के लिए तो नहीं किया गया यह धमाका

देश की राजधानी दिल्ली में आज शाम बड़ी घटना देखने को मिली है. दरअसल दिल्ली स्थित  इजरायली दूतावास में मंगलवार को धमाके की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया. जानकारी के अनुसार यह धमाका  इजरायली दूतावास के पीछे खाली पड़े प्लॉट में हुआ है. अब ऐसे में इस धमाके के पीछे कौन लोग शामिल हैं इसको लेकर जांच शुरू हो गयी है. घटनास्थल पर पहुंची स्पेशल सेल की टीम अलग-अलग बिंदुओं के अनुसार जांच में जुटी है. इसी बीच इजरायली दूतावास पर हमले का कनेक्शन ईरान से भी जुड़े होने की बात भी सामने आ रही है. दरअसल कुछ साल पहले सीरिया में संदिग्ध इज़रायली हमले में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर सैय्यद रज़ी मौसवी की मौत हो गई थी. ऐसे में आशंका यह भी जताई जा रही है कि कई यह हमला इसी घटना का बदला तो नहीं है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सैय्यद रज़ी मौसवी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के एक अनुभवी सैन्य सलाहकार थे. वह दमिश्क के दक्षिण-पूर्व में सैय्यदा ज़ैनब क्षेत्र पर एक हवाई हमले में मारे गए थे.  कहा जाता है कि मौसवी आईआरजीसी कमांडर कासिम सुलेमानी का सहयोगी था, जिसे 2020 में अमेरिका ने मार डाला था.

ईरान ने इजराइल को दी थी धमकी

बताया जाता है कि मौसवी सीरिया में सबसे वरिष्ठ आईआरजीसी कार्यकर्ताओं में से एक थे, और उन्होंने तेहरान और दमिश्क के बीच संबंधों के समन्वय में मदद की थी. इस बारे में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा था कि ईजराइल को इस अपराध की कीमत चुकानी पड़ेगी. हालांकि इजराइल की सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई थी. वहीं इस महीने की शुरुआत में भी ईरान ने इज़राइल पर सीरिया में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो सदस्यों की हत्या का आरोप लगाया था.

इज़रायली दूतावास ने की धमाके की पुष्टि

बता दें, नई दिल्ली में इज़रायली दूतावास ने भी धमाके की पुष्टि कर दी है. दूतावास की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “हम पुष्टि कर सकते हैं कि शाम 5:10 बजे के आसपास दूतावास के नजदीक एक विस्फोट हुआ था. दिल्ली पुलिस और सुरक्षा दल अभी भी स्थिति की जांच कर रहे हैं.”

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