भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच रेलवे ने ट्रेन में भीड़भाड़ कम करने की पहल की है. ट्रेन में
रियायती टिकट अब चुनिंदा लोगों को ही मिलेंगे|
रेल यात्रा के लिए मिलने वाले रियायती टिकट अब मरीजों, छात्रों और दिव्यांगों को छोड़कर अन्य लोगों को नहीं मिलेंगे. अन्य श्रेणियों में रियायती टिकटों को 20 मार्च 2020 की आधी रात से अगले आदेश तक स्थगित करने का फैसला किया गया है|
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कोरोना वायरस से दुनिया भर में 2 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 9,000 से अधिक लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड 19 को वैश्विक महामारी घोषित किया है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च 2020 को देशवासियों से जनता कर्फ्यू में भाग लेने की अपील की है. यह कर्फ्यू 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात 9 बजे तक रहेगा. यह कर्फ्यू जनता के द्वारा जनता के लिए होगा|
रेलवे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अगले आदेश तक सीनियर सिटीजन को भी रेल का रियायती टिकट नहीं मिलेगा. भारतीय रेल ने यह फैसला बुजुर्गों की यात्रा कम से कम करने के लिए किया है. कोरोना वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा बुजुर्ग व्यक्ति आए हैं और सर्वाधिक मौत भी सीनियर सिटीजन की ही हुई है|
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इससे पहले इंडियन रेलवे 160 से अधिक ट्रेन कैंसल कर चुकी है. रेलवे का मकसद कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच लोगों की गैर जरूरी यात्राओं को हतोत्साहित करना है, ताकि वायरस का कम से कम प्रसार हो सके|
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर, जिम, सार्वजनिक स्विमिंग पुल सहित कई अन्य संस्थानों को 31 मार्च 2020 तक के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है. कई निजी तथा सरकारी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश जारी किया है