केरल में ज्यादातर जगहों पर भारी बारिश के बावजूद सोमवार को पांच सीटों पर उपचुनाव हुए और लोगों ने अच्छी संख्या में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसने तीन प्रमुख प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक मोर्चो को उत्साहित किया, जिन्हें चुनाव के स्थगित होने का डर था। मतगणना गुरुवार को होगी।
सबसे बुरी तरह से प्रभावित एर्नाकुलम निर्वाचन क्षेत्र में पहले कुछ घंटों में एकल अंक में मतदान हुआ। लोग बारिश व जल जमाव को पार करते हुए मतदान किया। मतदान केंद्र पर शाम 6 बजे से पहले आने वालों को वोट डालने के लिए टोकन दिए गए।
कांग्रेस ने एर्नाकुलम में मतदान के समय में दो घंटे की बढ़ोतरी की मांग की, जिसे मुख्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा ने अस्वीकार कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोपहर बाद मतदान की खराब स्थिति को देखकर काफी चिंतित थे, लेकिन दिन के गुजरने के साथ उनके चेहरे पर खुशी दिखाई दी। अंतिम मतदान के आंकड़े के बाद में आने की उम्मीद है, क्योंकि बहुत से मतदान केंद्रों पर पीठासीन अधिकारी को मतदान फीसदी का डाटा देना है। अंतिम आंकड़े मंगलवार सुबह आने की उम्मीद है।
वरिष्ठ कांग्रेस विधायक वी.डी. सतीशन ने कहा, “एर्नाकुलम में वोटिंग का समय बढ़ाने की हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई। हालांकि, यह एक वास्तविक मांग थी, क्योंकि बहुत से लोग बाढ़ की स्थिति के कारण अपने घरों से निकलने में असमर्थ थे। हालांकि, मौजूदा मतदान आंकड़े काफी अच्छे हैं।”
जिन पांच निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुए उनमें से चार का प्रतिनिधित्व कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ द्वारा किया जाता है, जबकि अरूर सीट माकपा के पास है।
नवीनतम मतदान के आंकड़ों के अनुसार, अरूर में सबसे अधिक मतदान 79.24 फीसदी, मंजेश्वरम में 75.65 फीसदी, कोन्नि में 70 फीसदी, वत्तियूर्कावु में 62.30 फीसदी और एर्नाकुलम में 56.88 फीसदी मतदान हुआ।