लोकसभा में शुग्रवार को पेश किए गए आम बजट पर मध्य प्रदेश के राजनीतिक दलों के नेताओं की अलग-अलग राय है। भाजपा ने बजट को जनहितैषी बताया है, तो कांग्रेस ने इसे जनविरोधी करार दिया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के मूलमंत्र बनाया है, जिसे निर्मला सीतारमण ने साकार किया है। यह बजट हर वर्ग और व्यक्ति को सक्षम बनाने वाला है। एक तरफ यह बजट जहां मूलभूत जरूरतों के भटकाव को विराम देगा, वहीं देश को गौरवशाली, वैभवशाली बनाने का रास्त बनाएगा।”
भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पांडे ने कहा कि इस बजट से विकास की रफ्तार तेज होगी, गरीबों को मजबूती मिलेगी और युवाओं के लिए बेहतर भविष्य का सृजन होगा।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस बजट को जनविरोधी करार दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “जब विश्व भर में पेट्रोल और डीजल के दाम गिर रहे हैं, तो उसका फायदा आम आदमी तक पहुंचाने के बजाय सरकार एक रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क और उपकर लगाने जा रही है। यह निदनीय कदम एक आम और गरीब इंसान के पेट पर लात मारने के बराबर है।”
सिंधिया ने आगे कहा, “दो मंत्रालयों को मिलाकर जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया, जिससे जल संरक्षण के कार्यो को एकीकृत किया जाए, लेकिन पिछले बजट के हिसाब से इस साल इन दो मंत्रालयों के बजट में 2955 करोड़ रुपये की कमी आई। जब देश के हर कोने में पानी की किल्लत है, ऐसे में सरकार जल शक्ति मंत्रालय को शक्तिहीन कर रही है।”