डीआरसी : बीएसएफ ने मंगलवार को बताया कि कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन टुकड़ी का हिस्सा रहे उसके दो कर्मी हिंसक प्रदर्शन के दौरान मारे गए।
वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुख जताते हुए ट्वीट कर कहा कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में सीमा सुरक्षा बल के दो वीर भारतीय शांति सैनिकों की मृत्यु पर गहरा दुख हुआ। वे MONUSCO का हिस्सा थे। इन नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि बुटेम्बो बेस पर हिंसक हमलावरों ने कांगो पुलिस से हथियार छीन लिए और हमारे वदीर्धारी कर्मियों पर गोलीबारी की, संयुक्त राष्ट्र मिशन के तीन लोगों की मौत हो गई।उन्होंने कहा कि डीआरसी में बुटेम्बो में हुए दंगों में एक शांतिदूत भी मारा गया था, लेकिन उस पीड़ित की राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं किया।उन्होंने कहा कि गुटेरेस ने दो भारतीय पुलिस कर्मियों के निधन पर भारत सरकार को अपनी संवेदनाएं भेजीं।
हक ने कहा कि भीड़ ने संयुक्त राष्ट्र की सुविधाओं पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंके और पूर्वी डीआरसी में ठिकानों को तोड़ दिया, लूटपाट, तोड़फोड़ और आग लगा दी।राजनयिक सूत्रों ने कहा कि मंगलवार दोपहर सुरक्षा परिषद में भारत डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर हमलों को उठाएगा।डीआरसी मिशन में भारत से 139 पुलिस और 1,888 सैन्य कर्मी हैं।हक ने कहा कि डीआरसी में स्थिति बहुत अस्थिर है और सु²ढीकरण जुटाया जा रहा है।उन्होंने कहा, हमारे त्वरित प्रतिक्रिया बल हाई अलर्ट पर हैं और उन्हें सलाह दी गई है कि वे अधिकतम संयम बरतें, प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करें और जब संयुक्त राष्ट्र के कर्मियों या संपत्ति पर हमला हो तो केवल चेतावनी के गोले दागें।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि देश में संयुक्त राष्ट्र मिशन के खिलाफ कांगो के पूर्वी शहर गोमा में प्रदर्शनों का ये दूसरा दिन है। इससे पहले सोमवार को सैकड़ों लोगों ने सड़कों को ब्लॉक कर दिया और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के मुख्यालय और एक सैन्य अड्डे पर धावा बोलने से पहले शत्रुतापूर्ण नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने खिड़कियों को तोड़ दिया और कीमती सामान लूट लिया, जबकि हेलीकॉप्टरों ने परिसर से संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को एयरलिफ्ट किया और सुरक्षा बलों ने उन्हें पीछे धकेलने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
गोमा में अशांति मंगलवार को भी जारी रही, जिसमें लॉजिस्टिक बेस के पास एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक ट्वीट में, सरकार के प्रवक्ता मुयया ने कहा कि सुरक्षाबलों ने संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए गोमा में प्रदर्शनकारियों पर “वार्निंग शॉट” चलाए थे। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन, जिसे मोनुस्को के नाम से जाना जाता है, दुनिया के सबसे बड़े शांति अभियानों में से एक है।
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