केंद्र की मोदी सरकार ने जब से जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को ख़त्म किया, तब से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बदहवास से हो गए हैं. भारत का ये अंदरुनी फैसला उन्हें बिलकुल हज़म नहीं हो रहा है. वो इतने परेशान हैं कि इमरान अपनी 90 प्रतिशत ट्वीट्स में भारत पर ही निशाना साधते रह गए.
अगस्त 5 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया. तब से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं, वे बार बार अपने भाषणों और ट्वीट्स में भारत के खिलाफ बातें करते नज़र आ रहे हैं.
इंडिया टुडे डेटा इंटेलिजेंस यूनिट ने 5 अगस्त से लेकर 1 सितम्बर तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के ट्वीट्स का आंकलन किया और पाया कि इस दौरान इमरान के 90 प्रतिशत ट्वीट भारत पर केंद्रित थे.
कश्मीर और मोदी पर निशाना
5 अगस्त से 1 सितम्बर तक इमरान खान ने कुल 67 बार ट्वीट किये. इनमें से 60 ट्वीट्स (90 प्रतिशत) तो भारत पर ही केंद्रित थे. इन 60 ट्वीट्स में भी 49 कश्मीर पर केंद्रित थे.
इमरान खान ने सबसे ज़्यादा कश्मीर शब्द का ही इस्तेमाल किया – 35 बार. कश्मीर के बाद उन्होंने ‘दुनिया’ (27), ‘अधिकृत’ (20), ‘कश्मीरियों’ (20), ‘भारत’ (20), ‘मोदी’ (17), ‘विचारधारा’ (16), ‘मुसलमान’ (14), आरएसएस (12), ‘आईओके’ [IOK] (12) और ‘हिन्दू’ (11) का ज़िक्र किया.
यदि कश्मीर और उससे मिलते शब्दों ,’कश्मीरी’, ‘कश्मीरियों’, ‘भारत अधिकृत कश्मीर’ (IOK) (जैसा उन्होंने लिखा) का आंकड़ा 76 तक पहुंच जाता है.
सिर्फ कश्मीर ही नहीं ऐसे कई ट्वीट हैं. जिनमें इमरान खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हैं. उन्होंने सिर्फ कश्मीर के लिए ही नहीं, एनआरसी के लिए भी मोदी पर तंज कसा. यहां तक कि उन्होंने राष्ट्रीय सेवा संघ (आरएसएस) की विचारधारा की तुलना हिटलर के नाज़ी जर्मनी से भी कर डाली.
खान ने अपने ट्वीट्स से भारत में सांप्रदायिक जहर घोलने की भी कोशिश की. मुसलमानों को संबोधित करते समय वे ज़्यादातर उनको पीड़ित के रूप में दिखाते हैं और हिन्दू और आरएसएस जैसे शब्दों को वे बार-बार इस्तेमाल करते नज़र आए.
मोदी नहीं देते पाकिस्तान को तवज्जो
इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री को कोई तवज्जो नहीं दी. प्रधानमंत्री के ट्वीट्स का आंकलन करने से पता चलता है कि उनके ट्वीट्स में ‘पाकिस्तान’, ‘इमरान खान’ को एक बार भी ज़िक्र नहीं मिला.
प्रधानमंत्री मोदी ने 46 ट्वीट्स में जम्मू कश्मीर और लद्दाख का कई भाषाओँ में ज़िक्र किया, लेकिन इनमें से किसी एक ट्वीट में भी उन्होंने पाकिस्तान या इमरान पर कोई बात कही. कश्मीर को लेकर किये गए प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट 5 अगस्त और उसके बाद तक खूब छाए रहे लेकिन, अगस्त के अंत तक आते आते उनकी संख्या कम हो गई
स्वतंत्रता दिवस पर भी था ऐसा माहौल
इसी बीच अगस्त महीने में पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर भी इमरान की ओर से तनातनी देखने को मिली.
DIU ने अपनी पड़ताल में पाया था कि 14 अगस्त को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़्ज़फ़राबाद में इमरान खान के भाषण में कश्मीर, नाज़ी, आरएसएस, जैसे शब्दों की भरमार थी लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान और इमरान खान का नाम एक बार भी नहीं लिया.