बेंगलुरू – कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने कोविड -19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की घोषणा की।
इस योजना के तहत अनाथ हुए सभी बच्चों के अभिभावकों को उनके लालन-पोषण के लिए 3,500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी।
येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य को अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए इस तरह की योजना शुरू करने का सुझाव देने के बाद यह योजना तैयार की गई थी।
इस योजना के तहत 10 साल से कम उम्र के जिन बच्चों के अभिभावक नहीं हैं, उन्हें चाइल्ड केयर संस्थानों में रखा जाएगा और बच्चे के समग्र विकास के लिए मेंटरशिप भी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कित्तूर रानी चेन्नम्मा आवासीय विद्यालय और मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालयों जैसे आदर्श आवासीय विद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार 10वीं पास कर चुके इन बच्चों को उच्च और व्यावसायिक शिक्षा के लिए मुफ्त लैपटॉप या टैबलेट वितरित करेगी।
उन्होंने कहा, 21 साल की उम्र पूरी करने वाली लड़कियों को एक लाख रुपए उनकी शादी, उच्च शिक्षा और स्वरोजगार के खर्च के लिए दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को केंद्र सरकार से कोविड -19 में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए कई कल्याणकारी उपायों की घोषणा की, जिसमें 18 साल की उम्र में 10 लाख रुपये का कोष सुनिश्चित करना और उनकी शिक्षा के लिए प्रदान करना शामिल है।