वॉशिंगटन/नई दिल्ली । अमेरिका द्वारा ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को मिली छूट की समय-सीमा नहीं बढ़ाने के अमेरिका के एलान के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया। ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 74 डॉलर के ऊपर चला गया और डब्ल्यूटीआई का भाव भी 65 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी से भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल का भाव तीन फीसदी से ज्यादा उछला। व्हाइट हाउस की ओर से सोमवार को कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने फैसला लिया है कि भारत समेत पांच प्रमुख देशों को अब ईरान से तेल आयात करने की छूट नहीं मिलेगी।
भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मई एक्सपायरी कच्चा तेल वायदा अनुबंध में सोमवार को रात 20.10 बजे 132 रुपये यानी 2.96 फीसदी की तेजी के साथ 4589 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। इससे पहले कीमतों में 4,608 रुपये प्रति बैरल तक का उछाल आया।
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर जून डिलीवरी ब्रेंट क्रूड वायदा अनुबंध 2.65 फीसदी की तेजी के साथ 73.88 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि कारोबार के दौरान सौदे का भाव 74.31 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। न्यूयॉर्क मर्केंटाइल इंडेक्स (नायमैक्स) पर भी डब्ल्यूटीआई का जून अनुबंध 2.40 फीसदी की तेजी के साथ 65.61 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था, जबकि भाव इससे पहले 65.86 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।
कमोडिटी बाजार के जानकारों कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई इस तेजी का असर आने वाले दिनों में भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर देखने को मिलेगा, क्योंकि भारत अपनी तेल की जरूरतों का 80 फीसदी आयात करता है और ईरान से तेल आयात करने वाला भारत प्रमुख देश है। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा होगा।