ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनी ने बुधवार को अमेरिका से कहा कि वह क्षेत्र से अपनी सेना हटा ले। खामेनी का यह बयान इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमले के बाद आया है। खामेनी ने अमेरिकी ठिकानों पर ईरानी मिसाइल हमले को ‘गाल पर तमाचा’ बताया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, खामेनी ने कहा, “हालांकि इस तरह का सैन्य अभियान पर्याप्त नहीं है और महत्वपूर्ण यह है कि क्षेत्र में अमेरिका की गैरवाजिब मौजूदगी खत्म की जाए।”
उन्होंने ईरान के धार्मिक शहर कोम में एक भाषण दिया, जिसे सरकारी टीवी पर जीवंत प्रसारित किया गया।
खामेनी ने कहा कि अमेरिका ने क्षेत्र में युद्ध, देशद्रोह, तबाही और विभाजन को पैदा किया है।
उन्होंने कहा कि हमारा क्षेत्र और हमारे क्षेत्र के देश अमेरिका की उपस्थिति अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।
खामेनी ने बुधवार के भाषण में जनरल कासिम सुलेमानी की बहादुरी की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स के कुद्स फोर्स के कमांडर सुलेमानी अमेरिका द्वारा किए गए एक हवाई हमले में शुक्रवार को मारे गए थे।