ईरान-अमेरिका तनाव का असर अफगान शांति प्रक्रिया पर नहीं : तालिबान


अफगानिस्तान के आतंकी संगठन तालिबान ने कहा है कि अमेरिका और ईरान के बीच के तनाव से उसके (तालिबान के) और अमेरिका के बीच की शांति वार्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया है कि हाल में अमेरिकी हमले में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने और ईरान द्वारा इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर बदले में मिसाइलें दागने की घटनाओं के बाद तालिबान की यह पहली औपचारिक प्रतिक्रिया सामने आई है।

अमेरिका और ईरान के बीच के सैन्य तनाव के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इसका असर अफगानिस्तान में शांति के लिए अमेरिका और तालिबान के बीच की वार्ताओं पर भी पड़ेगा।

लेकिन, इस आशंका को खारिज करते हुए तालिबान की केंद्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले सुहेल शाहीन ने कहा कि अमेरिका के साथ बीते एक साल से अधिक समय से चल रही वार्ताओं के बाद दोनों पक्ष अफगानिस्तान में शांति के लिए एक समझौते पर दस्तखत के करीब पहुंचे हैं।

उन्होंने कहा कि ईरान-अमेरिका तनाव का इस घटनाक्रम पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि दोनों ही पक्ष (अमेरिका व तालिबान) समझौते पर पहुंच चुके हैं और अब दस्तखत होना ही बाकी है। अमेरिका और तालिबान दोनों इस बात पर सहमत हैं कि अफगान विवाद को केवल शांति प्रक्रिया के माध्यम से हल किया जा सकता है।

गौरतलब है कि हाल के तनाव के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया था कि ईरान, अफगान शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।

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