इस्लामाबाद की मशहूर लाल मस्जिद के मामले में गतिरोध को खत्म करने को लेकर पाकिस्तान उलेमा काउंसिल (पीयूसी) का प्रयास असफल हो गया है। मौलाना अब्दुल अजीज ने अपनी मांगों से संबंधित सरकार द्वारा भेजे गए कानूनी पहलुओं को स्वीकार करने से मना कर दिया।
डॉन न्यूज की शुक्रवार को रिपोर्ट के अनुसार, गृहमंत्री एजाज अहमद शाह से बुधवार को मुलाकात करने के बाद पीयूसी के चेयरमैन हाफिज ताहिर अशरफी ने गुरुवार सुबह लाल मस्जिद पहुंचकर मस्जिद के अपदस्थ इमाम अजीज के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की।
डॉन न्यूज के बातचीत में अशरफी ने कहा कि सरकार का संदेश और चिंता अजीज तक पहुंचा दी गई है।
उन्होंने गुरुवार को गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजते हुए कहा कि मस्जिद के अंदर हथियार के साथ सिर्फ चार लोग थे, जो मौलाना अजीज के बॉडीगार्ड थे और उनके पास कानूनी तरीके से हथियार थे।
अजीज के भतीजे और दामाद हारून रशीद ने किसी भी तरह का सौदा या समझौता होने की बात से इनकार किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा घेरे गए क्षेत्र में गतिरोध जारी है।
एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आठ मदरसों के संचालकअजीज ने इसलिए विरोध शुरू किया है क्योंकि सरकार ने उन्हें मदरसे के निर्माण के लिए शहर के बाहरी इलाके में जमीन देने से इनकार कर दिया था।