सपा सांसद आजम खान व उनके सहयोगियों पर गुरुवार को दर्ज किए गए। आजम पर गैर इरादतन हत्या, भैंस चोरी, लूटपाट व जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। एफआईआर में पूर्व सीओ आले हसन व एसओजी के पूर्व सिपाही का भी नाम शामिल है। आजम पर अब तक 68 मामले दर्ज हो चुके हैं। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हाफिज अब्दुल सलाम की अगुवाई में किसानों ने आजम खान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना देना शुरू कर दिया है।
कोतवाली रामपुर के मजार अल्लाहू दादा नालापार निवासी जाकिर अली, आसिफ अली ने आजम खान पर केस दर्ज कराया है। जाकिर ने बताया कि, सरायगेट यतीमखाना बस्ती में 40 परिवार 50-60 सालों से रहते थे। जिनमें उनका भी परिवार था। इसकी किराएदारी की रसीदें, वक्फ विभाग का आवंटन पेपर भी मौजूद है। लेकिन 15 अक्टूबर 2016 को आवंटन निरस्त कर दिया गया। उस दिन तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन, फसाहन शानू, वीरेंद्र गोयल, इस्लाम ठेकेदार, एसओजी सिपाही धर्मेंद्र सम30-40 अज्ञात लोगों के साथ जबरन घर में घुस आए। बताया कि आजम खान ने भेजा है। यह जमीन जौहर ट्रस्ट की है।
तब इन लोगों ने बलपूर्वक यतीमों को न सिर्फ मारापीटा, बल्कि उनके घरों का सामान, भैंसे तक लूट ली गईं। उसी दौरान शहजादी बेगम नाम की एक महिला (जाकिर की मां) को मारा पीटा गया था, जिसके चलते अगले दिन उनकी मृत्यु हो गई थी। बाद में घरों पर बुल्डोजर चला दिया गया। जाकिर का आरोप है, दबंगों ने 16 हजार रुपए, कीमती सामान लूट ले गए थे। पुलिस में इसकी शिकायत की गई, लेकिन थाने से भगा दिया गया।