आगामी महीनों में औद्योगिक उत्पादन में तेजी की संभावना: क्रिसिल

खपत और निवेश मांग में उछाल आने से आने वाले महीनों के दौरान देश के औद्योगिक उत्पादन की गति तेज हो सकती है।

क्रिसिल की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले महीनों में (आईआईपी) पर मुख्य रूप से दो कारकों का अधिक प्रभाव रहेगा और इन्हीं के कारण इसकी गति तेज होने की उम्मीद है।

पहला कारक यह है कि कच्चे माल की आपूर्ति की समस्या का निदान धीरे-धीरे हो रहा है यानी आपूर्ति बाधा से निपटा जा रहा है। इसके अलावा खपत और निवेश मांग में भी उछाल आने की संभावना है।

क्रिसिल का कहना है कि सरकार ने पूंजीगत व्यय को बढ़ाने की बात की है और इससे आधारभूत ढांचा संबंधी उत्पादों और सेवाओं का उत्पादन तेज होगा।

क्रिसिल ने लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि जिंसों की अधिक कीमत और विनिर्माण गतिविधियों पर उसका प्रभाव आईआईपी की गति पर असर डालेगा।

सरकार ने कुछ दिनों पहले दिसंबर 2021 के औद्योगिक उत्पाद के आंकड़े जारी किये गये। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2021 में देश का औद्योगिक उत्पादन 0.4 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा जबकि नवंबर 2021 में यह 1.34 प्रतिशत की तेजी से और दिसंबर 2020 में आईआईपी 2.2 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा था।|

क्रिसिल के मुताबिक दिसंबर 21 में औद्योगिक उत्पादन की तेजी में आयी कमी का एक मुख्य कारण दिसंबर 20 से इसकी तुलना भी है। दिसंबर 20 में आईआईपी नवंबर 20 की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ा था।

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