‘अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा किए बिना कोई विधायी कार्य न हो’, विपक्ष की लोकसभा स्पीकर से अपील

आज संसद के मानसून सत्र का सातवां दिन है. अब तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध में बीता. मणिपुर के मामले को लेकर विपक्ष पीएम मोदी से बयान की मांग कर रहा है. इसके चलते गुरुवार को भी सारा दिन दोनों सदनों में मणिपुर मुद्दा और लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने को लेकर सरकार और विपक्षी सांसदों के बीच हंगामा होता रहा.

संसद का मानसून सत्र गत 20 जुलाई से शुरू है. लेकिन पिछले 6 दिनों से दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो सका है और सत्र हंगामे की भेंट चढ़ता रहा है. मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्य़सभा को बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है. वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि वह विपक्ष की मणिपुर पर चर्चा की मांग को लेकर राजी है. लेकिन विपक्ष संसद में मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. विपक्ष द्वारा लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इस नो ट्रस्ट मोशन पर चर्चा की मंजूरी दे दी है.

हालांकि, चर्चा की तारीख अभी तय नहीं की गई है. गुरुवार को भी दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा को बार-बार स्थगित करना पड़ा. सरकार का आरोप है कि विपक्ष खुद मणिपुर पर चर्चा नहीं करना चाहता है, क्योंकि उसे डर है कि संसद में चर्चा हुई तो पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में हो रहे आपराधिक वारदातों पर भी बात होगी. केंद्र सरकार की तरफ से संसद सुचारू रूप से चलाने को लेकर तालमेल बिठाने के लिए विपक्ष के साथ बातचीत की कोशिश की गई है. लेकिन विपक्ष पीएम मोदी के बयान की मांग पर अड़ा है.

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