अमेरिका में भूजल में एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी जीन की मात्रा बढ़ी


एक चिंताजनक खोज में अमेरिकी शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया है कि एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी जीन (एआरजी) भूजल में बढ़ा है और इससे सार्वजनिक सुरक्षा और जल सुरक्षा के लिए एक संभावित खतरा पैदा हो गया है।

शोधकर्ताओं ने चेताया है कि पानी की व्यवस्था के माध्यम से एआरजी जैसे नए और उभरते हुए दूषित पदार्थो के प्रसार से एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी ‘सुपर बग्स’ के विकास में वृद्धि हुई है।

दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूएससी) में सहायक प्रोफेसर एडम स्मिथ ने कहा, “एआरजी किसी भी तरह से विनियमित नहीं होते हैं और इंजीनियर वाटर साइकिल में बाइलॉजिकल ट्रीटमेंट पर हमारी निर्भरता के चलते यह एक चुनौतीपूर्ण उभरता हुए दूषित पदार्थ हैं।”

उन्होंने कहा, “चूंकि यह जैविक (बाइलॉजिकल) दूषित पदार्थ ( पर्यावरण में मिल जाने वाले डीएनए के छोटे टुकड़े) हैं और वातावरण को प्राप्त करने में सक्षम है, इसलिए यह आगे निकल सकते हैं व स्वयं प्रतिरोधी बन सकते हैं और आगे प्रतिरोध के प्रसार को रोक सकते हैं।”

स्मिथ और शोधकर्ताओं की एक टीम ने यूएससी के विटर्बी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग से अध्ययन किया और दक्षिणी कैलिफोर्निया में एडवांस ग्राउंड वाटर ट्रीटमेंट फसिलिटी से भूजल जलवाहकों में एआरजी कान्संट्रेशन में अंतरों का पता लगाने के लिए नमूनों की तुलना की।
टीम में लेबनान के अमेरिकी विश्वविद्यालय के मुस्तफा हरब और पीएचडी के छात्र फिलिप वांग और अली जरेई-बेगी शामिल हैं।

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