वेस्टइंडीज के लिए जिम्बाब्वे में खेले जा रहे वर्ल्ड कप क्वालिफायर में याद रखने जैसा कुछ नहीं है. स्कॉटलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद अब वेस्टइंडीज 2023 वनडे विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने की रेस से बाहर हो गई है. इस टूर्नामेंट में उसे जिम्बाब्वे और नीदरलैंड से भी हार का सामना करना पड़ा था. यानी पिछले वर्ल्ड कप से कैरेबियाई टीम के प्रदर्शन में जो गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ था तो वो वर्ल्ड कप से बाहर होने पर आकर खत्म हुआ. आखिर 2 बार की चैंपियन टीम ने क्वालिफायर में कहां गलती की? कि पहली बार उसके बिना टूर्नामेंट खेला जाएगा.
भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाला वनडे वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज के बिना होगा. क्रिकेट फैंस के लिए इससे मायूस करने वाली खबर शायद ही कोई हो. क्योंकि जो टीम एक वक्त खौफ का दूसरा नाम थी, उसे अब हर तीसरी टीम हरा रही. पिछले वर्ल्ड कप में तो जैसे-तैसे क्वालिफायर से निकलकर वेस्टइंडीज ने वर्ल्ड कप का टिकट कटा लिया था. लेकिन, 5 साल बाद कैरेबियाई टीम ने क्वालिफायर में ही दम तोड़ दिया. वेस्टइंडीज को इस टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे, नीदरलैंड और स्कॉटलैंड जैसी टीमों से भी हार का सामना करना पड़ा. पूरे टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज की टीम बिखरी नजर आई. आखिर कहां कैरेबियाई टीम ने गलती की? क्यों क्वालिफायर की चुनौती भी वेस्टइंडीज नहीं पार कर पाया और आगे क्या आइए जानते हैं.
खराब फील्डिंग ने डुबोई लुटिया: एक समय वेस्टइंडीज की फील्डिंग की दुनियाभर में चर्चा होती थी. लेकिन वर्ल्ड कप क्वालिफायर में वेस्टइंडीज की लुटिया डूबने की एक वजह फील्डिंग रही. लीग स्टेज में टीम ने 10 कैच छोड़े. ग्राउंड फील्डिंग तो इससे भी खराब रही. अमेरिका के खिलाफ पहले मैच में भी वेस्टइंडीज ने शून्य के स्कोर पर गजानंद सिंह का कैच छोड़ा था और उन्होंने नाबाद 101 रन ठोक डाले थे. हालांकि, वेस्टइंडीज वो मैच जीत गया था. लेकिन, जीत का अंतर और बड़ा हो सकता था, जो उस एक कैच के कारण नहीं हो पाया था.