राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जयपुर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार प्रदेश में 26 हजार से ज्यादा मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी. इसी के तहत जयपुर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की. बैठक के दौरान जिले के सभी निर्वाचक रजिस्ट्रेशन पदाधिकारियों को लगातार फील्ड विजिट करने, चुनाव से संबंधित तमाम व्यवस्थाओं एवं इंतजामों को दुरुस्त रखने एवं आचार संहिता के प्रभावी पालन सहित अन्य जरूरी निर्देश दिए गए हैं.
बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी विधानसभा चुनावों में निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए 50 फीसदी मतदान केन्द्रों की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी. इसके साथ ही वेबकास्टिंग की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए जिला कलेक्ट्रेट में केन्द्रीकृत नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप के माध्यम से दर्ज होने वाली शिकायतों पर महज 100 घंटों के भीतर कार्रवाई कर आदर्श आचार संहिता का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है.
जयपुर में अभी तक 600 से ज्यादा शिकायतों का निपटारा
जिला निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक जयपुर जिले में अब तक चुनाव से संबंधित 600 ज्यादा शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. इसके अलावा समीक्षा बैठक में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों ने नाम निर्देशन प्रक्रिया, नाम निर्देशन पत्रों की समीक्षा एवं नाम वापसी, होम वोटिंग, पोस्टल बैलेट, व्यय निगरानी, सी-विजिल एप का क्रियान्वयन, आदर्श आचार संहिता का पालन, ईवीएम से वोटिंग हेतु तैयारियां और मतदान दिवस निगरानी प्रणाली सहित विधानसभा चुनाव से संबंधित अलग-अलग विषयों पर प्रेजेंटेशन दिया गया है.
चुनाव की तारीखों में हुआ है बदलाव
गौरतलब है कि राजस्थान में चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख में बदलाव किया है. प्रदेश में अब 23 नवंबर की जगह 25 नवंबर को मतदान किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक 23 नवंबर को देवउठनी ग्यारस है और इस दिन राजस्थान में बड़े पैमाने पर शादियों की लगन होती है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग शादियों में शामिल होने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं. इसी के चलते राजस्थान में चुनाव की तारीख बदलने की मांग उठाई जा रही थी.