
भारत ने जमैका में खेले गए दो टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच में चौथे दिन (रविवार) वेस्टइंडीज को 257 रन से हरा दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज 2-0 से जीत ली। यह पहली बार है जब भारत ने विंडीज टीम को लगातार चार टेस्ट मैच हराए। इससे पहले 2013 से 2016 के बीच टीम इंडिया ने विंडीज को लगातार तीन टेस्ट हराए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की यह लगातार आठवीं टेस्ट सीरीज जीत है। 2002 के बाद से ही टीम इंडिया के खिलाफ वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज जीतने में सफल नहीं हुआ है।
भारत ने पहली पारी में हनुमा विहारी के शतक और इशांत शर्मा के अर्धशतक की बदौलत 416 रन बनाए थे। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी वेस्टइंडीज की पूरी टीम पहली पारी में 117 रन पर ऑलआउट हो गई थी। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने हैट्रिक समेत छह विकेट हासिल किए। इस तरह पहली पारी में भारत को विंडीज पर 299 रन की बढ़त मिल गई थी।
भारत ने दूसरी पारी 168/4 के स्कोर पर ही घोषित कर दी थी। इस तरह विंडीज टीम को 468 रन का लक्ष्य मिला था। दूसरी पारी में विंडीज टीम की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। उसके दोनों सलामी बल्लेबाज ब्रैथवेट और कैम्पबेल जल्दी आउट हो गए। रोस्टन चेज और शिमरॉन हेटमायर 100 रन से पहले ही अपने विकेट गंवा बैठे। कप्तान जेसन होल्डर (39) ने कुछ संघर्ष किया। लेकिन जडेजा ने उन्हें आउट कर विंडीज की पारी समेट दी। जडेजा और शमी ने दूसरी पारी में 3-3 विकेट लिए।
वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में 12 बल्लेबाजों ने बैटिंग की। दरअसल, डैरेन ब्रावो मैच के बीच में रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद जब वो मैदान पर नहीं लौट पाए तो उनकी जगह जर्मेन ब्लैकवुड को कॉन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया। टेस्ट इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी टीम से एक ही पारी में 12 खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी की है।