इजरायल के सैनिकों ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल को घेराबंदी कर दी है और चिकित्सकों ने कहा है कि वहां के आखिरी जनरेटर का ईंधन खत्म होने के बाद से समय से पहले जन्मे एक शिशु सहित पांच मरीजों की मौत हो गई है.
इजरायल ने शिफा अस्पताल को हमास के मुख्य कमान चौकी के रूप में चित्रित करते हुए कहा है कि आतंकवादी वहां नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे और इसके नीचे बंकर बनाये थे. हाल के दिनों में, उत्तरी गाजा के युद्ध क्षेत्र में शिफा और अन्य अस्पतालों के पास लड़ाई तेज हो गई है और जरूरी चीजों की आपूर्ति ख़त्म हो गई है.
शिफा के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने गोलियों और विस्फोटों की आवाज के बीच फोन पर बात करते हुए कहा, “बिजली नहीं है. चिकित्सा उपकरण बंद हो गए हैं. मरीजों, विशेष रूप से गहन देखभाल में रहने वाले लोगों की मृत्यु होने लगी है.” अबू सेल्मिया ने कहा कि इजरायली सैनिक ‘अस्पताल के बाहर या अंदर किसी को भी गोली मार रहे हैं’ और परिसर में इमारतों के बीच आवाजाही रोक दी है.
इस दावे की स्वतंत्र तरीके से पुष्टि नहीं की जा सकी कि केवल इजरायली सैनिकों की ओर से ही गोलीबारी की जा रही है. शिफा प्रांगण में सैनिकों द्वारा गोलीबारी की जानकारी के बारे में पूछे जाने पर, इजरायली सैन्य प्रवक्ता पीटर लर्नर केवल यही कहते हैं कि सैनिक “संबंधित क्षेत्र के आसपास हमास के खिलाफ चल रही तीव्र लड़ाई में लगे हैं.” उन्होंने कहा कि सेना नागरिकों को नुकसान रोकने के लिए सभी संभव उपाय करती है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मेधत अब्बास ने कहा कि जनरेटर बंद होने से पांच मरीजों की मौत हो गई, जिनमें समय से पहले जन्मा एक शिशु भी शामिल है. उन्होंने कहा कि शिफा में समय से पहले जन्मे कुल 37 शिशुओं की देखभाल की गई है. नागरिकों को निकलने में सुविधा देने के लिए इजराइल हर दिन दक्षिण की ओर जाने वाली मुख्य सड़क को कई घंटों के लिए खोल रहा है. शनिवार को, सेना ने पहली बार निकासी में सुविधा के के लिए युद्ध में एक संक्षिप्त विराम की घोषणा की.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि नागरिकों को होने वाले किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी हमास की है. उन्होंने लंबे समय से लगाये जा रहे इन आरोपों को दोहराया कि आतंकवादी समूह गाजा में नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है. उन्होंने कहा कि इजरायल ने नागरिकों से युद्ध क्षेत्र छोड़ने का आग्रह किया है, “हमास उन्हें जाने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है.”
नेतन्याहू का यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा संघर्षविराम के लिए दबाव डालने और अन्य नेताओं से उनके आह्वान में शामिल होने का आग्रह करने के बाद आया है. उन्होंने ‘बीबीसी’ को बताया कि इजराइल की ओर से जारी बमबारी का ‘कोई तर्क नहीं’ है.
सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास के घातक हमले में कम से कम 1,200 लोग मारे गए थे. इस हमले के बाद इजराइल के सहयोगियों ने देश की सुरक्षा के अधिकार का बचाव किया. हालांकि अब युद्ध के दूसरे महीने में प्रवेश करने के साथ हह इस बात पर मतभेद बढ़ रहे हैं कि कितने लोगों को लगता है कि इजराइल को अपनी लड़ाई का संचालन करना चाहिए.
अमेरिका युद्ध को बीच-बीच में अस्थायी रूप से रोकने पर जोर दे रहा है, जिससे घिरे हुए क्षेत्र में नागरिकों को अत्यधिक आवश्यक सहायता मुहैया करायी जा सके. हालांकि, इजराइल अब तक प्रतिदिन केवल कुछ अवधि के लिए सहमत हुआ है, जिस दौरान नागरिक उत्तरी गाजा में जमीनी युद्ध क्षेत्र से निकलकर पैदल ही दक्षिण की ओर जा सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र निगरानीकर्ताओं के अनुसार, चूंकि इसकी घोषणा पहली बार एक सप्ताह पहले की गई थी, 150,000 से अधिक नागरिक उत्तर से निकल चुके हैं. शनिवार को, सेना ने एक नई निकासी की घोषणा की, जिसमें कहा गया कि नागरिक केंद्रीय सड़क और तटीय सड़क का उपयोग कर सकते हैं. उत्तरी गाजा में अभी भी हजारों लोग हैं, जिनमें से कई अस्पतालों और भीड़भाड़ वाले संयुक्त राष्ट्र केंद्रों में शरण लिए हुए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास ने सैटेलाइट टेलीविजन चैनल अल जजीरा को बताया कि शिफा में अभी भी 1,500 मरीजों के साथ ही 1,500 चिकित्सा कर्मी हैं और 15,000 से 20,000 लोगों ने आश्रय लिया हुआ है.