उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे एक बार फिर से शुरू हो गया है. एएसआई की टीम परिसर के अंदर पहुंच चुकी है. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसपर सुनवाई भी आज ही होगी. हिंदू पक्ष के दावों को लेकर यह ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराया जा रहा है. ASI की टीम ने ज्ञानवापी परिसर में आज सुबह सात बजे से सर्वे का काम शुरू कर दिया है.
-एएसआई सर्वे का समय बढ़ाने की गुहार लगाएगी. जिला जज के अदालत में ASI की ओर प्रार्थना पत्र डाला जाएगा प्रार्थना पत्र. पत्र में सर्वेक्षण के लिए और समय बढ़ाने की मांग की जाएगी. जिला अदालत ने 4 अगस्त तक सर्वेक्षण की रिपोर्ट मांगी थी.
-हाईकोर्ट के आदेश के बाद ASI ने सर्वे शुरू कर दिया है. एएसआई ने ज्ञानवापी परिसर के पश्चिमी दीवार से सर्वे शुरू किया है. इस दौरान मुस्लिम पक्ष ने तहखाने की चाबी देने से इनकार कर दिया है. आज तहखाने से शुरू होने वाला था सर्वे.
-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर सर्वेक्षण करने के लिए 30 सदस्यीय एएसआई टीम को चार भागों में विभाजित किया गया है. टीमें पहले डस्टिंग करेंगी और फिर फोटो डॉक्यूमेंटेशन और जीपीआर की मदद से सर्वे करेंगी.
-हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ताओं और उनके अधिवक्ताओं के साथ एएसआई की 30 सदस्यों की एक टीम सर्वेक्षण के लिए मस्जिद परिसर में प्रवेश कर चुकी है. सर्वे दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया जाएगा.
-ज्ञानवापी परिसर में चल रहा एएसआई की टीम का सर्वे आज दोपहर 12 बजे तक चलेगा.
-हाई कोर्ट के आदेश पर ज्ञानव्यापी परिसर का ASI सर्वे शुरू हो चुका है. ADG-ASI आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में ज्ञानव्यापी का सर्वे शुरू किया गया है. 50 से अधिक ASI अधिकारी-कर्मचारियों की टीम सर्वे में जुटी हुई है. DPR जैसी अत्याधुनिक तकनीक के जरिये किया जा रहा ज्ञानव्यापी का सर्वे.
-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण पर वकील सोहन लाल आर्य ने कहा, “पुरानी सूची के अनुसार, आठ लोग थे. डीएम द्वारा जारी की गई नई सूची में मेरा नाम था. इसमें अन्य भी शामिल थे. लेकिन इसमें सुधीर त्रिपाठी, विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन के नाम शामिल नहीं थे. बाद में उनके नाम जोड़े गए. मुस्लिम पक्ष ने इसका (सर्वेक्षण) बहिष्कार किया है.”