दिल्ली के जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खाने को लेकर कोर्ट में जोरदार और रोचक बहस देखने को मिली है. एक ओर जहां सेंट्रल जांच एजेंसी ईडी ने दावा किया कि केजरीवाल जानबूझ कर ऐसा खाना खा रहे हैं, जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाए. इससे उनको बीमारी के आधार पर जमानत मिलने में सहूलियत हो सके. वहीं केजरीवाल ने दिल्ली की एक अदालत के समक्ष ईडी के दावे का खंडन किया है कि वह अपने ब्लड शुगर को बढ़ाने के लिए लगातार आम और मिठाई खा रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जज कावेरी बावेजा के सामने कहा कि ‘जेल में घर से केजरीवाल को 48 बार खाना भेजा गया, जिसमें से केवल तीन बार आम भेजे गए थे. सिंघवी ने कहा कि इस मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का मीडिया ट्रायल करना चाहते हैं. आमों को शुगर बुलेट की तरह बताया गया है. जबकि उनमें चीनी का स्तर ब्राउन चावल या सफेद चावल की तुलना में बहुत कम है. आम आदमी पार्टी के नेता के वकील ने कहा कि ईडी ट्रायल कोर्ट के सामने इस तरह की हास्यास्पद दलीलें देकर ओछा व्यवहार कर रही है.’
अरविंद केजरीवाल की ओर से सिंघवी ने कहा कि ‘मैं अपनी चाय में केवल शुगर-फ्री का उपयोग करता हूं. ईडी कितनी ओछी, राजनीतिक और हास्यास्पद हो सकती है? उनके बयान पूरी तरह से झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं. सिर्फ इसलिए कि आपका मीडिया में बहुत प्रभाव है, आप यह प्रकाशित करने में सक्षम हैं कि मैं क्या कर रहा हूं. आलू पूरी, हालांकि यह भोजन एक बार पूजा के दौरान भेजा गया था…हमारे यहां 75 वर्षों से लोकतंत्र है लेकिन मैं इस तरह का नजरिया पहली बार देख रहा हूं.’