गांधी परिवार के अलावा इस कांग्रेसी पर भी मंडरा रहा खतरा, मोदी सरकार ने दी Z+ सिक्योरिटी

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को खतरे की आशंका रिपोर्ट के आधार पर जेड प्लस सुरक्षा देने का ऐलान किया गया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की खतरे की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जेड अब प्लस सुरक्षा मिलेगी. सीआरपीएफ उन्हें सुरक्षा कवर मुहैया कराएगी. एसपीजी कवर के बाद जेड प्लस सुरक्षा उच्चतम स्तर की सुरक्षा है. सरकार उस व्यक्ति को जेड प्लस सुरक्षा देती है, जिसके जीवन को सबसे ज्यादा खतरा होता है. इस सुरक्षा कवर में सीआरपीएफ कमांडो के साथ 55 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं जो चौबीस घंटे उस व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं.

इस कवर में एक बुलेटप्रूफ गाड़ी और तीन शिफ्ट में एस्कॉर्ट भी शामिल है. इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा खतरे की गंभीरता की जांच के आधार पर वीआईपी सुरक्षा की चार श्रेणियां जेड प्लस, जेड, वाई और एक्स हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है. 2019 तक गांधी परिवार के पास एसपीजी सुरक्षा कवर था, जिसे घटाकर जेड प्लस कर दिया गया था. एसपीजी या स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप प्रधानमंत्री की सुरक्षा का ख्याल रखता है. यह प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए बनाया गया एक स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स है. इसकी स्थापना 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की गई थी. एसपीजी 3,000 कर्मियों वाला बल है.

खड़गे का बीजेपी पर हमला
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि पार्टी से मिले लाभ की बदौलत मंत्री और मुख्यमंत्री तक बन चुके नेताओं में कुछ भाजपा की ओर इसलिए ‘भाग रहे हैं’ क्योंकि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का डर सता रहा है. उन्होंने कुछ राज्यों में कांग्रेस के हाथों से उसकी निर्वाचित सरकारों के निकल जाने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ऐसा इसलिए हुए क्योंकि उनकी पार्टी से निर्वाचित हुए कुछ लोग सिद्धांतों को लेकर प्रतिबद्ध नहीं थे.

हमारी सरकारें गिराई गईं
खड़गे ने बीदर में एक जनसभा में कहा था कि ‘कई राज्यों में हम चुनाव जीतकर आये, लेकिन उन्होंने हमारी सरकार अपदस्थ कर दी या गिरा दी क्योंकि जिन्हें हमने चुना उनका सिद्धांतों में मजबूत विश्वास नहीं था.’ उन्होंने इस सिलसिले में कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर और गोवा का हवाला दिया. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘कुछ पैसे की चाहत में, कुछ सत्ता की चाहत में और कुछ पार्टी के अंदर किसी से मतभेद का हवाला दे भाजपा में जाने के लिए कांग्रेस छोड़ गए.’

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