आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने उस आत्मघाती हमलावर का फोटो और वीडियो जारी कर दिया है जिसने पाकिस्तान के दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से लगे डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने पर हमला किया. हमलावर ने विस्फोटक से भरे वाहन से पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया था. इस हमले में छह पुलिसकर्मियों सहित 23 लोग मारे गए. जो जानकारी आतंकवादी संगठन द्वारा जारी की गई है उसके मुताबिक इस आत्मघाती हमलावर का नाम कारी शाकिर था जो अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत के मूसा कलाकार रहने वाला था.
इस बाबत जो वीडियो जारी किया गया है उसमें उसे कार बम बताया गया है. पाकिस्तान का दावा है कि वीडियो में जो आवाज है वह भी अफगानिस्तान के एक मशहूर कलाकार की है जो उसमें पश्चिम से बदले की बात कर रहा है. दिलचस्प यह भी है कि हमलावर का एक अन्य नाम मौलवी हसन गंडापुर भी बताया गया है.
पाकिस्तान ने क्या किया दावा
मंगलवार को हुए इस हमले की जिम्मेदारी पहले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान (TPJ) ने ली थी. लेकिन उसके बाद पुलिस प्रतिष्ठान पर इस हमले की जिम्मेदारी टीटीपी कमांडर असद अफरीदी ने भी ली. पाकिस्तान का दावा है कि इससे साफ तौर पर तो पता चलता है कि टीजेपी और टीटीपी के बीच संबंध है और तहरीक-ए-जेहाद टीटीपी की एक विंग है. तालिबान के अफगानिस्तान में 15 अगस्त 2021 के बाद से शासन संभालने के बाद पाकिस्तान के पिछले एक दशक के हमले में यह सबसे घातक हमले में से एक माना जा रहा है. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर अमेरिका के दौरे पर हैं.
अफगानिस्तान के कार्यवाहक राजदूत को किया तलब
आतंकवादी संगठन तारीख-ए-जेहाद ने पहले दावा किया था कि इस हमले में चारों आत्मघाती हमलावर पाकिस्तानी थे. नाराज पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में अफगानिस्तान के कार्यवाहक राजदूत को बुलाकर कड़ी नाराजगी जताई है. अफगानिस्तान के राजदूत से कहा कि वह तत्काल अपने देश में तालिबान को सूचित कर दें कि वह इस हमले से जुड़े तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नेताओं और अन्य साजिशकर्ताओं को पकड़कर पाकिस्तान के हवाले करें. फिलहाल इस हमले के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के संबंध एकदम निचले स्तर पर जा सकते हैं. आने वाले दिनों में दोनों के बीच संघर्ष भी हो सकता है.