पिछले वर्ष हुए क्रिकेट वर्ल्डकप के बाद अब बारी टी20 वर्ल्डकप (T20 World Cup) की है. भारत की मेजबानी में 2023 में हुए वर्ल्डकप के बाद टी20 वर्ल्डकप के रूप में एक और क्रिकेट फेस्टिवल, फैंस के दिलोदिमाग पर छाने के लिए तैयार है. 9वां टी20 वर्ल्डकप जून माह में वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में आयोजित होगा. दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग में से एक IPL के खत्म होते ही इस अहम टूर्नामेंट का खुमार फैंस पर चढ़ना शुरू हो जाएगा. टी20 वर्ल्डकप की बात करें तो वर्ष 2007 से प्रारंभ इस टूर्नामेंट का पहला चैंपियन बनने का श्रेय टीम इंडिया को हासिल हुआ था.
अब तक आठ बार हुए इस टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड सर्वाधिक दो-दो बार चैंपियन बने हैं जबकि भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया ने एक-एक बार विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. इंडीज और इंग्लैंड की टीम भले ही सबसे अधिक बार यह टूर्नामेंट जीती हैं लेकिन इसमें दबदबा एशियाई प्लेयर्स का रहा है. भारत के रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) को अब तक के सभी आठ T20 वर्ल्डकप में खेलने का श्रेय हासिल है. ये दोनों प्लेयर इस बार भी टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे. टूर्नामेंट में सबसे अधिक मैच खेलने, सर्वाधिक रन बनाने और सबसे अधिक विकेट लेने का गौरव भी एशियाई क्रिकेटर्स को ही हासिल है.
‘हिटमैन’ ने खेले हैं सबसे ज्यादा मैच
भारत के रोहित शर्मा वर्ष 2007 के शुरुआती टी20 वर्ल्डकप से इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं. टूर्नामेंट के आठ एडीशन में उन्होंने अब तक सबसे अधिक 39 मैच खेले हैं. रोहित की तरह ही आठों टूर्नामेंट में खेले शाकिब ने 36 मैच खेले हैं जबकि श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान 2007 से 2016 के बीच छह टूर्नामेंट में 35 मैच खेलकर तीसरे स्थान पर हैं. वेस्टइंडीज के हरफनमौला ड्वेन ब्रावो, पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी व शोएब मलिक और ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर 34-34 मैचों के साथ इस सूची में संयुक्त रूप से चौथे क्रम पर हैं. मलिक और वॉर्नर ने अभी टी20 इंटरनेशनल से संन्यास नहीं लिया है, ऐसे में वर्ल्डकप की टीम में चुने जाने की स्थिति में उनके पास अपने रिकॉर्ड को और बेहतर करने का मौका होगा.
27 मैचों में विराट ने बना डाले 1141 रन, 81.5 का औसत
रन और औसत के मामले में विराट कोहली (Virat Kohli) की टी20 वर्ल्डकप में धूम रही है. 2012 से टी20 WC में खेल रहे विराट छठी बार टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे. टेस्ट खेलने वाले देशों में T20I में 50+ के औसत से रन बनाने वाले विराट इकलौते खिलाड़ी हैं. 127 टी20I मैचों में उन्होंने अब तक 51.75 के औसत और 138.15 के स्ट्राइक रेट से 4037 रन (एक शतक) बनाए हैं. टी20 वर्ल्डकप में तो यह रन औसत छलांग लगाते हुए 81.5 तक जा पहुंचा है. ‘किंग कोहली’ ने टी20 वर्ल्डकप के 27 मैचों की 25 पारियों में 11 बार नाबाद रहते हुए 131.3 के स्ट्राइक रेट से सर्वाधिक 1141 रन बनाए हैं जिसमें 14 अर्धशतक शामिल हैं.
विराट के बाद श्रीलंका के महेला जयवर्धने का स्थान आता है जिन्होंने पांच टी20 वर्ल्डकप के 31 मैचों में 39.07 के औसत और 134.74 के स्ट्राइक रेट से 1016 रन (एक शतक) बनाए हैं. विराट के अलावा महेला ही इस टूर्नामेंट में एक हजार से अधिक रन बना सके हैं. वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ने 33 मैचों में 34.46 के औसत और 142.75 के स्ट्राइक रेट से 965 रन (दो शतक ) जबकि रोहित शर्मा ने 39 मैचों में 34.39 के औसत और 127.88 के स्ट्राइक रेट से 963 रन बनाए हैं. ये दोनों रनों के मामले में तीसरे और चौथे नंबर पर हैं. पांचवें क्रम पर श्रीलंका के दिलशान हैं जिन्होंने 35 मैचों में 30.93 के औसत और 124.06 के स्ट्राइक रेट से 897 रन बनाए हैं. महेला इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, ऐसे में विराट के पास 2024 के टी20 वर्ल्डकप में अपने रनों की सूची को और ऊपर ले जाने का मौका होगा.