
कम पैसे में भी AC ट्रेन में सफर करने का मजा अब खत्म होने वाला है। क्योंकि रेलवे ने थ्री-टियर से भी कम किराए में AC कोच में सफर कराने वाली ट्रेन गरीब रथ (Garib Rath) को बंद करने का फैसला किया है। रेलवे इसकी जगह नई प्रीमियम ट्रेन हमसफर एक्सप्रेस (Humsafar Express) चलाने की योजना बना रही है। रेलवे का यह फैसला गरीब रथ से यात्रा करने वालों की जेब पर भारी पड़ने वाला है। सबसे पहले दिल्ली-चेन्नई रूट पर चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस को बंद किया जाएगा। अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, इसी महीने के आखिरी दिनों से यह फैसला लागू हो जाएगा। दिल्ली-चेन्नई के बाद अन्य रूटों पर चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस का परिचालन भी बंद किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार दक्षिण भारत और नॉर्दर्न जोन कार्यालयों को कहा गया है कि वे आगामी 29 सितंबर से गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों की बुकिंग बंद कर दें।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि गरीब रथ के कोच पुराने पड़ चुके हैं। अब इनकी मरम्मत नहीं कराई जा सकती, इसलिए गरीब रथ को हटाकर इसकी जगह अत्याधुनिक सुविधाओं वाली नई प्रीमियम ट्रेन हमसफर एक्सप्रेस को चलाया जाएगा। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि दिल्ली-चेन्नई रूट पर चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले मुसाफिरों से अगले दो महीने तक गरीब रथ का किराया ही लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिसंबर के बाद से यात्रियों को हमसफर एक्सप्रेस का किराया देना पड़ेगा। बता दें कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2005 में गरीब रथ एक्सप्रेस के परिचालन की शुरुआत कराई थी। इस ट्रेन में यात्रा करने वाले मुसाफिरों को सामान्य मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के थ्री टियर-कोच से भी कम पैसे में सफर करने की सुविधा मिलती है। लेकिन रेलवे के नए फैसले से गरीब रथ एक्सप्रेस का परिचालन अब इतिहास हो जाएगा। इसकी जगह यात्रियों को हमसफर एक्सप्रेस में ज्यादा किराया देकर यात्रा करनी होगी।
गरीब रथ की जगह हमसफर एक्सप्रेस के परिचालन के निर्णय से सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को होने वाली है। क्योंकि गरीब रथ के मुकाबले हमसफर एक्सप्रेस का किराया लगभग दोगुना होता है। हमसफर एक्सप्रेस, रेलवे की प्रीमियम ट्रेन है जिसका किराया सामान्य मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा होता है। और तो और इस ट्रेन में रेलवे का फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू है, यानी ट्रेन की 50 फीसदी सीटें बुक होने के बाद अतिरिक्त सीटों की बुकिंग पर 10 प्रतिशत के हिसाब से किराया बढ़ता रहता है। गरीब रथ की जगह हमसफर एक्सप्रेस में सफर करने पर एक यात्री को औसतन 1 हजार रुपए की जगह 2 हजार रुपए किराए के लिए चुकाने होंगे। दिल्ली-चेन्नई रूट पर वर्तमान में चल रही गरीब रथ एक्सप्रेस का ही उदाहरण लें, तो अभी इस ट्रेन से यात्रा करने पर मुसाफिरों को 1380 रुपए देने होते हैं, वहीं हमसफर एक्सप्रेस में दिल्ली से चेन्नई तक का किराया 2050 रुपए से शुरू होगा। अगर कोई यात्री फ्लेक्सी फेयर सिस्टम के तहत टिकट की बुकिंग कराता है तो उसे और ज्यादा पैसे देने होंगे।
गरीब रथ को बंद करने के रेलवे के फैसले से एक तरफ जहां यात्रियों की जेब पर ज्यादा भार पड़ने वाला है, वहीं इसकी जगह हमसफर एक्सप्रेस के परिचालन से यात्रियों का सफर भी आसान होगा। रेलवे का मानना है कि हमसफर एक्सप्रेस अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस ट्रेन है, जिसमें सफर करना गरीब रथ के मुकाबले ज्यादा आरामदायक है। गरीब रथ एक्सप्रेस के कोच जहां पुरानी डिजाइन वाले थे, वहीं हमसफर के कोच आरामदायक हैं। इस ट्रेन के कोच में आरामदायक सीट है, चाय-कॉफी के लिए वेंडिंग मशीन लगी है, मोबाइल-लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट्स, मॉड्यूलर टॉयलेट, जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम, एलईडी लाइट्स आदि लगे होते हैं। वहीं यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। ऐसे में ट्रेन में सफर करने के लिहाज से हमसफर एक्सप्रेस, गरीब रथ के मुकाबले ज्यादा बेहतर ट्रेन है।