स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) इंटरनेट, मोबाइल और योनो यूजर्स द्वारा आईएमपीएस के जरिए फंड ट्रांसफर पर 1 अगस्त से शुल्क नहीं लेगा। आईएमपीएस के जरिए 2 लाख रुपए तक की राशि तुरंत ट्रांसफर की जा सकती है। 1000 रुपए तक के फंड ट्रांसफर पर फिलहाल कोई शुल्क नहीं लगता। इससे ज्यादा रकम ट्रांसफर करने पर 2 रुपए से 10 रुपए तक चार्ज लगते हैं। एसबीआई ने आरटीजीएस और एनईएफटी से फंड ट्रांसफर पर भी 1 जुलाई से शुल्क खत्म कर दिए हैं। इसकी जानकारी शुक्रवार को दी है।
ब्रांच से एनईएफटी, आरटीजीएस पर शुल्क 20% तक घटाए
31 मार्च तक एसबीआई के इंटरनेट बैंकिंग ग्राहकों की संख्या 6 करोड़ और मोबाइल बैंकिंग कस्टमर की संख्या 1.41 करोड़ थी। एसबीआई के इंटीग्रेटेड डिजिटल और लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म योनो के रजिस्टर्ड यूजर की संख्या करीब 1 करोड़ है। मोबाइल बैंकिंग ट्रांजेक्शंस में एसबीआई का 18% मार्केट शेयर है। एसबीआई ने बैंक शाखा के जरिए एनईएफटी और आरटीजीएस पर लगने वाले शुल्क भी 20% तक घटाए हैं।
आरबीआई ने जून में मौद्रिक नीति की समीक्षा में कहा था कि डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए वह बैंकों से आरटीजीएस और एनईएफटी से फंड ट्रांसफर पर कोई शुल्क नहीं लेगा। बदले में बैंकों को अपने ग्राहकों को भी इसका फायदा देना होगा।