रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित क्रोकस सिटी कॉन्सर्ट हॉल में भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. यहां सैनिकों जैसी वर्दी में आए बंदूकधारियों ने ऑटोमेटिक हथियारों ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी. स्पेक्टेटर इंडेक्स ने बताया कि इस हमले में कम से कम 80 लोगों की मौत हो हई, जबकि करीब 150 लोग घायल हुए हैं. रूसी सरजमीं पर बीते कुछ दशकों में हुए सबसे भीषण आतंकी हमले ने वर्ष 2004 के बेसलान स्कूल हमले की यादें ताजा कर दीं.
अमेरिकी खुफिया जानकारी के अनुसार, इस्लामिक स्टेट और खास तौर से इसकी अफगान शाखा, जिसे खुरासान मॉड्यूल या ISIS-K के नाम से जाना जाता है, ने टेलीग्राम पर अपनी अमाक एजेंसी के जरिये संदेश जारी करते हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला न केवल आईएसआईएस-के की क्रूर क्षमताओं को दर्शाता है, बल्कि पहले से ही तनावपूर्ण भू-राजनीतिक परिदृश्य को भी बढ़ाता है. खासकर 2022 के यूक्रेन आक्रमण के बाद पश्चिम के साथ रूस के तनावपूर्ण संबंधों के संदर्भ में देखें तो हालात और भी गंभीर हो जाते हैं.
ISIS ने आखिर क्यों किया हमला?
यह हमला ISIS-K के अभियानों में उल्लेखनीय वृद्धि का संकेत देता है, जो रूस और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति उसकी दुश्मनी को रेखांकित करता है. आईएसआईएस-के द्वारा रूस को निशाना बनाने का एक कारण मध्य पूर्व, खास तौर से सीरिया में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सैन्य हस्तक्षेप से जुड़ा हो सकता है.
वाशिंगटन स्थित रिसर्च ग्रुप सौफान सेंटर के कॉलिन क्लार्क कहते हैं, ‘आईएसआईएस-के पिछले दो वर्षों से रूस पर केंद्रित है और अपने प्रचार में अक्सर पुतिन की आलोचना करता रहता है.’ वहीं वाशिंगटन स्थित विल्सन सेंटर के माइकल कुगेलमैन ने कहा कि आईएसआईएस-के ‘रूस को मुसलमानों पर नियमित रूप से हो रहे अत्याचार की गतिविधियों में शामिल मानता है.’ उन्होंने कहा कि समूह कई मध्य एशियाई आतंकवादियों को भी सदस्यों के रूप में गिनता है, जिनकी मॉस्को के खिलाफ अपनी शिकायतें हैं.
बता दें कि मॉस्को के पास क्रोकस सिटी हॉल में ऑटोमेटिक हथियारों से लैस हमलावरों ने शुक्रवार को लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. यह मॉल शहर की सीमा के ठीक बाहर मॉस्को क्षेत्र में पड़ता है, जहां स्थानीय समय के अनुसार, रात 8 बजे के आसपास हमला किया गया. हमलावरों ने संगीत समारोह में आए लोगों को निशाना बनाया, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई.
घटनास्थल के वीडियो में चारों ओर शव बिखरे हुए दिखाई दिए. उन्होंने कथित तौर पर इमारत में आग लगाने के लिए हथगोले भी फेंके. मीडिया ने रूस की जांच समिति (आईसीआर) के हवाले से कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.