कांग्रेस विधायक अरविंद लदानी ने लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए बुधवार को गुजरात विधानसभा और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. गत तीन महीने में वह कांग्रेस के चौथे विधायक हैं जिन्होंने इस्तीफा दिया है. जूनागढ़ जिले के माणावदर से पहली बार विधायक चुने गए लदानी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले हैं। यह घटनाक्रम लोकसभा सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के गुजरात में प्रवेश करने की पूर्व संध्या के सामने आया है। लदानी के इस कदम से दो दिन पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी.
लदानी ने विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को उनके गांधीनगर स्थित आधिकारिक आवास पर सौंपा. उन्होंने बाद में कहा कि अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए सत्तारूढ़ दल के साथ रहना आवश्यक है. विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय के मुताबिक चौधरी ने लदानी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
अरविंद लदानी के इस्तीफे से 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या घटकर 13 रह गई है. यह स्थिति विधानसभा चुनाव के महज 15 महीने के बाद उत्पन्न हुई है. इस्तीफा सौंपने के बाद लदानी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह भाजपा में शामिल होंगे और अगर सत्तारूढ़ पार्टी चाहेगी तो उसकी ओर से ‘बहुत जल्द’ माणावदर से उप चुनाव लड़ेंगे.
लदानी ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने विधायक पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है क्योंकि मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की राय थी कि क्षेत्र के विकास के लिए सत्तारूढ़ दल के साथ रहना जरूरी है. मेरा यह भी मानना है कि अगर आप सरकार का हिस्सा हैं तो इससे फर्क पड़ता है. मैं जल्द ही भाजपा में शामिल होऊंगा और अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मैं उपचुनाव भी लड़ने के लिए तैयार हूं.”
उन्होंने कहा, “मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.” लदानी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जवाहर चावडा को 2022 के विधानसभा चुनाव में 3,400 मतों से हराया था. वह कांग्रेस के उन 17 विधायकों में शामिल थे जो भाजपा की लहर के दौरान भी जीत दर्ज करने में सफल हुए थे. लदानी चौथे कांग्रेस विधायक हैं जिन्होंने तीन महीने के भीतर पार्टी को छोड़ दिया है.
दो दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए थे. उनसे पहले खंभात से विधायक चिराग पटेल और विजापुर से विधायक सीजे चावडा भी कांग्रेस विधायक पद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.
पूर्व विधायक एवं राज्य के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर और राज्यसभा सदस्य नाराण राठवा ने भी कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया और हाल ही में भाजपा में शामिल हो गए थे. पार्टी को ऐसे समय में नेताओं और विधायकों के इस्तीफे का सामना करना पड़ रहा है जब राहुल गांधी बृहस्पतिवार को अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के साथ राज्य में प्रवेश करने वाले हैं. वह 10 मार्च तक गुजरात में रहेंगे.