प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत पिछले साढ़े तीन महीने में विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिये लगभग 90 लाख नए लाभार्थी जोड़े गए हैं. कृषि मंत्रालय ने यह जानकारी दी. पंद्रह नवंबर, 2023 को शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए केंद्र की प्रमुख पहल है. वीबीएसवाई का लक्ष्य सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थी को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उपलब्ध कराना है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘हाल ही में 2.60 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी लाभार्थियों तक सुनिश्चित करने के लिए वीबीएसवाई के हिस्से के रूप में, 90 लाख पात्र किसानों को पीएम-किसान योजना में जोड़ा गया.’
पीएम-किसान योजना दो फरवरी, 2019 को शुरु की गई. इसके तहत पात्र किसान परिवारों को हर चार महीने में 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये का लाभ प्रदान किया जाता है. आधुनिक डिजिटल तकनीक का उपयोग करके प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से लाभ सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता है. मंत्रालय ने कहा कि योजना को अधिक कुशल, प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए किसान-केंद्रित डिजिटल बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार किए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजना का लाभ बिचौलियों की भागीदारी के बिना देश भर के सभी किसानों तक पहुंचे.
11 करोड़ से अधिक पात्र किसान परिवारों को लाभ
पीएम-किसान पोर्टल को यूआईडीएआई, पीएफएमएस (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली), भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और आयकर विभाग के पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है. दुनिया की सबसे बड़ी डीबीटी योजनाओं में से एक, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) ने एक नया पड़ाव पार कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाराष्ट्र के यवतमाल में पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त जारी करने के साथ ही अब तक इस योजना से 11 करोड़ से अधिक पात्र किसान परिवारों को लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया जा चुका है. इसमें से 1.75 लाख करोड़ रुपये पात्र किसानों को केवल कोविड अवधि के दौरान हस्तांतरित किए गए, जब उन्हें प्रत्यक्ष नकद लाभ की सबसे अधिक आवश्यकता थी.