पाकिस्तान के पास अपने मुल्क में लोगों को खिलाने के लिए तक पैसा नहीं है. देश आईएमएफ और चीन के कर्ज तले दबा हुआ है. इसी बीच पाकिस्तान की सेना ने अपने खासम खास दोस्त अजरबैजान के साथ अबतक की सबसे बड़ी डिफेंस डील की है. 1.6 अरब डॉलर की इस डील के तहत पाकिस्तान चीन में निर्मित जेएफ-17 फाइटर जेट को अजरबैजान को बेचेगा. यह डील पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कंपनी और अजरबैजान की एयरफोर्स के बीच हुई है, जिसके तहत पाकिस्तान चीन की तकनीक वाले JF-17C फाइटर जेट के ब्लॉक 3 श्रेणी के विमान अपने इस मित्र देश को बेचेगा.
दावा किया जा रहा है कि यह पाकिस्तान के इतिहास की अबतक की सबसे बड़ी डिफेंस डील है. पाकिस्तान की लुड़कती अर्थव्यस्था का तो पता नहीं लेकिन पाक आर्मी को इस डील से बड़ा फायदा होने वाला है. अजरबैजान भी इस डील को कर भारत के एक अच्छे दोस्त के खिलाफ धाक जमाना चाहता है. अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच दशकों पुरानी दुश्मनी जगजाहिर है. बीते एक दो सालों में दोनों देशों के बीच हिंसक घटनाएं देखने को मिली. आर्मेनीया ने दावा किया कि अजरबैजान ने उसके चार सैनिकों की हत्या भी कर दी.
आर्मेनिया भारत से खरीद रहा हथियार
दूसरी और आर्मेनिया ने अजरबैजान की बढ़ती रक्षा ताकत को देखते हुए अपने मित्र देश भारत के साथ लगातार डिफेंस सौदे कर रहा है. वो भारत से पिनाका रॉकेट सिस्टम खरीद चुका है. आर्मेनिया के रक्षा मंत्री कई बार भारत का दौरा कर चुके हैं. भारत ने अत्याधुनिक तोपें भी आर्मीनिया को दी हैं. दोनों देशों के बीच कई अन्य सौदों पर बातचीत चल रही है.
क्या है पाकिस्तानी तकनीक का हाल?
पाकिस्तान ने अजरबैजान के साथ डिफेंस डील के दौरान जेएफ-17 लड़ाकू विमान बनाने से लेकर उनकी मेंटेनेंस तक का सौदा किया है लेकिन एक सच यह भी है कि पाकिस्तान खुद अपने विमानों की ठीक से मेंटेनेंस नहीं कर पा रहा है. वो पहले जेएफ-17 विमान भारत के पड़ोसी म्यांमार को बेच चुका है लेकिन ये विमान ज्यादा वक्त ठीक से नहीं उड़ पाए, जिसके चलते उन्होंने पाकिस्तान से अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी.