कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मैनिफेस्टो कमेटी का गठन किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के सीनियर लीडर पी चिदंबरम इसके अध्यक्ष बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव कमेटी के संयोजक (कन्वीनर) होंगे।
16 सदस्यीय इस कमेटी में प्रियंका गांधी वाड्रा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, जयराम रमेश और शशि थरूर भी शामिल रहेंगे। वहीं, कांग्रेस ने एक रेजोल्यूशन पास किया है। इसके मुताबिक, मोदी सरकार की कथनी-करनी में अंतर बताया जाएगा।
मैनिफेस्टो कमेटी में पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, मणिपुर के पूर्व डिप्टी CM गायखंगम, लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई, ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के चीफ प्रवीण चक्रवर्ती, इमरान प्रतापगढ़ी, के राजू, ओंकार सिंह मरकाम, रंजीत रंजन, जिग्नेश मेवाणी और गुरदीप सप्पल शामिल हैं।
पार्टी की 2024 के आम चुनावों पर नजर
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मिली हार के बाद कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव पर है। पार्टी ने गुरुवार 21 दिसंबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक बुलाई थी, जिसमें लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। एक दिन बाद यानी 22 दिसंबर को कांग्रेस ने मैनिफेस्टो कमेटी के गठन की घोषणा कर दी।
मोदी की चुनौती से कैसे निपटेंगे, इसकी रणनीति बनाई गई
CWC की बैठक में एक रेजोल्यूशन पास किया गया। इसमें कहा गया- पार्टी मोदी सरकारी की कमजोरियों को उजागर करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावों और जमीनी हकीकत में काफी अंतर है।
सामाजिक ध्रुवीकरण काफी ज्यादा हो गया है और इसका इस्तेमाल चुनाव में जीत के लिए किया जा रहा है। रेजोल्यूशन में ये भी कहा गया कि लोकतंत्र चरमरा गया है। लोकतंत्र पर ही हमला हो रहा है और संविधान के तहत नागरिकों को मिली आजादी छिन गई हैं। इन मुद्दों पर बात होनी चाहिए।