इंडिया की जीत में कुदरत का मिला साथ, शमी ने खुद बताई ऊपर वाले ने ऐसे किया रहम!

वर्ल्डकप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड पर भारत की शानदार जीत के बाद पूरे देश में उल्लास का माहौल है. अब भारत तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने से मात्र एक कदम दूर है. 19 नवंबर यानी रविवार को अहमदाबाद में फाइनल खेला जाएगा. फाइनल के लिए दूसरी टीम का फैसला गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइल मैच से होगा. भारत ने बीती रात में न्यूजीलैंड के खिलाफ जो जीत हासिल की, वो वाकई शानदार थी. लेकिन, खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ इस मैच में भारत को जीत दिलाने में कुदरत का भी अहम योगदान रहा.

यह बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि बीते मैच में भारत की ओर से विपक्षी टीम पर कहर बनकर टूटे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के शब्द हैं. मोहम्मद शमी ने इस मैच में अपने करियर की सबसे बेहतरीन गेंदबाजी की और सात विकेट चटके. उन्होंने पूरी न्यूजीलैंड टीम को चकनाचूर कर दिया. उन्होंने यह काम उस वक्त किया जब भारत के सभी प्रमुख गेंदबाज विपक्षी टीम पर एक तरह से बेअसर साबित हो रही थी. इस जीत के बाद शमी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म हॉट स्टार से बातचीत में कुदरत के किस्से का जिक्र किया.

दरअसल, बीते मैच का बारीक विश्लेषण करे तो ऐसा नहीं था कि यह गेम एकतरफा था. भारत ने जरूर अच्छी बल्लेबाजी कर विपक्षी टीम को जीत के लिए एक शानदार लक्ष्य दिया, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता कि न्यूजीलैंड की टीम इस स्कोर को हासिल नहीं कर सकती. भारत की ओर से विराट कोहली ने अपना 50वां एकदिवसीय शतक लगाया. श्रेयर अय्यर ने भी बल्ले से कमाल कर शतक ठोका. दूसरी तरफ न्यूजीलैंड एक बेहतरीन टीम है और उसके पास भी एक से बढ़कर एक विस्फोटक बल्लेबाज हैं.

भारत के 397 रन से चिंतित थे शमी
हॉट स्टार से बातचीत में शमी ने कहा कि भारत ने जब 397 रन विशाल स्कोर खड़ा किया तो खुशी के साथ-साथ उनके माथे पर चिंता की लकीरें भी थीं. उन्होंने बताया कि भारत ने पहले बल्लेबाजी कर इतना बड़ा स्कोर खड़ा किया तो हमें यह डर सताने लगा कि यह पिच तो पूरी तरह से बैटिंग के लिए मुफीद है. इसके साथ ही रात ढलने के साथ ओस पड़ेगी और फिर पिच बल्लेबाजी के लिए और मुफीद हो जाएगी. अगर ऐसा होता तो गेंदबाजों को कोई खास सपोर्ट नहीं मिलता.

लेकिन, यहीं पर कुदरत ने हमारा साथ दिया. उम्मीद से उलट बीती रात ओस नहीं पड़ी. ओस पड़ती तो गेंद स्कीड करने लगती और अच्छी तरह बल्ले पर आती. ऐसे में न्यूजीलैंड जैसी टीम के लिए बल्लेबाजी आसान हो जाती. उन्होंने इस जीत के पीछे की एक और बारीकी बताई. न्यूजीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही. शुरू के ओवरों में उसके खिलाड़ी तेज गति से रन नहीं बनाए. हालांकि, तीसरे विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी कर भारत को चिंता में डाल दिया था. इस जोड़ी को भी एक बार शमी ने ही तोड़ा.

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