भारत को वर्ल्ड कप में अपना ओपनिंग मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को खेलना है. ये मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा. चेन्नई में विकेट स्पिन गेंदबाजों के मुफीद होता है. इस मैदान का इतिहास ऐसा रहा है. हालांकि, भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में पिच का मिजाज कैसा रहेगा? क्या विकेट से स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी? अगर ऐसा होता है तो भारत कितने स्पिन गेंदबाजों को प्लेइंग-11 में शामिल करेगा? आइए जानते हैं.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को होने वाले विश्व कप मैच के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चेपॉक की पिच भूरे रंग की है. ग्राउंड स्टाफ ने हाल ही में पिच पर से घास हटाई है. यह संभावना है कि पिच मुख्य रूप से काली मिट्टी से बनाई गई है, जिसे भारतीय टीम पसंद करती है.अगर पिच काली मिट्टी से बनी होगी तो फिर टीम इंडिया इस मैच में तीन स्पिनर के साथ उतर सकती है. इसका मतलब है कि आर अश्विन, कुलदीप यादव दोनों प्लेइंग-11 का हिस्सा होंगे. रवींद्र जडेजा बतौर तीसरे स्पिनर खेलेंगे.
भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच काली मिट्टी की पिच पर हो सकता है
चेन्नई में इस वक्त तापमान ज्यादा है. इसी वजह से गुरुवार को टीम इंडिया के प्रैक्टिस सेशन के दौरान ग्राउंड स्टाफ ने पिच को कवर रखा था, ताकि इसमें किसी तरह के क्रैक न आए. हालांकि, टीम इंडिया के ट्रेनिंग सेशन के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने पिच देखी थी. पिच पर गुरुवार शाम को ही लाइट रोलर चलाया गया है लेकिन पानी नहीं डाला गया है. अगर आगे भी इसी तरह की कंडीशन रहती है तो फिर पिच सूखी रहेगी और ये तय है कि इससे स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी और हो सकता है कि शुरुआत से ही स्पिन गेंदबाज अपना असर दिखाने लगे. जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा पिच के और धीमा होने की आशंका है.
भारत 3 स्पिनर के साथ उतर सकता है
आर अश्विन ने नेट्स पर काफी अभ्यास कर रहे हैं. इसका मतलब है कि उन्हें होम ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना का मौका मिल सकता है. उन्होंने विश्व कप से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में अच्छी गेंदबाजी की थी. अश्विन ने इंदौर वनडे में तीन विकेट झटके थे. नेट्स पर भी अश्विन ने सूर्यकुमार यादव से लेकर बाकी बल्लेबाजों को अपनी वैरिएशन से काफी परेशान किया था.