गुजरात के वडोदरा के पादरा में मिलाद-उन-नबी के अवसर पर निकाले गये जुलूस के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक (वडोदरा देहात) रोहन आनंद ने कहा, ‘शुक्रवार की रात जब जुलूस एक मंदिर के पास से गुजर रहा था, तो इसमें शामिल कुछ सदस्यों ने अश्लील इशारे किए और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द कहे.’
पुलिस अधीक्षक (वडोदरा देहात) रोहन आनंद ने बताया कि इसके बाद हिंदू समुदाय के लोगों का एक समूह पादरा पुलिस थाने के बाहर इकट्ठा हो गया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगा. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और अजय परमार की शिकायत के आधार पर जुलूस में शामिल 13 नामजद और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.
संगीन धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा
उन्होंने कहा कि उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 143 (गैरकानूनी सभा), 153ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 294बी (अश्लील हरकतें और गाने), 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के सोचे-समझे इरादे से शब्द बोलना) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मुकदमा किया गया है. उन्होंने कहा कि घटना की आगे की जांच जारी है.