जोहानिसबर्ग। भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अफ्रीका प्रगति करे और विश्व का सबसे विकसित हिस्सा बने। वाणिज्य एवं विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने यह कहा।उन्होंने अफ्रीका महादेश में भारतीय समुदाय के समक्ष आ रही चुनौतियों को दूर करने में मदद का भी वादा किया।
प्रभु ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, बोत्सवाना, मेडागास्कर, घाना और नाइजीरिया के कारोबारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अफ्रीका के दोस्तों के साथ पुराना, गहन और विस्तृत संबंध है। ये काफी महत्वपूर्ण संबंध हैं जिन्हें आपसी फायदे के लिये हम विकसित करना चाहते हैं। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि अफ्रीका विकास करे और विश्व का सबसे विकसित हिस्सा बने क्योंकि अफ्रीका के पास वह सबकुछ है जो विकास के संबंध में शीर्ष पर पहुंचने के लिये होना चाहिये।’’
प्रभु ने इससे पहले अफ्रीका महादेश में भारतीय कारोबारियों के समक्ष आ रही चुनौतियों की पहचान करने तथा इन्हें दूर करने की कोशिशों के तहत पूर्वी अफ्रीकी देशों को संबोधित किया।
भागीदारों द्वारा उठाये गये मुख्य मुद्दों में कारोबारी वीजा एवं परमिट पाने में होने वाली मुश्किलों, अफ्रीकी देशों तथा भारत के बीच सीधी उड़ानों की कमी तथा वित्तपोषण की चुनौतियां शामिल हैं। पश्चिमी अफ्रीकी देशों ने फिक्की तथा सीआईआई से अफ्रीका में कार्यालय खोलने की भी अपील की। अभी भारतीय उद्योग मंडलों में सिर्फ सीआईआई का ही एक कार्यालय दक्षिण अफ्रीका में है।