राजस्थान विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर लगातार सियासी कयासों का दौर जारी है. इस बीच वसुंधरा राजे का एक बयान सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है. राजस्थान में बीजेपी की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ के आगाज के बाद उसमें नजर नहीं आने वाली वसुंधरा राजे ने महाभारत के एक प्रसंग का जिक्र कर हर राजस्थानी के हक में लड़ते रहने का ऐलान किया है. राजे के बयान के बाद इसके कई मायने लगाए जा रहे हैं.
बीजेपी की ओर से राजस्थान विधानसभा का चुनाव का सामूहिक तौर पर पार्टी द्वारा लड़ने के ऐलान के बाद भी बार बार वसुंधरा राजे का जिक्र होता रहता है. परिवर्तन यात्रा के आगाज के बाद से इस सफर से नदारद रही वसुंधरा राजे शनिवार को अचानक न सिर्फ नजर आई, बल्कि एक तरह का शक्ति प्रदर्शन भी किया. इस दौरान राजे ने महाभारत के एक प्रसंग का जिक्र किया. उन्होंने यह जिक्र किस मंशा और किसे लेकर किया है उसे लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं हो रही हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया
दरअसल वसुंधरा राजे ने शनिवार को राजधानी जयपुर में अपने आवास पर रक्षा सूत्र कार्यक्रम रखने के साथ ही नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. इस दौरान प्रदेशभर से भारी संख्या में महिलाएं वसुंधरा राजे के आवास पर जुटी. राजे ने सरकारी आवास पर प्रदेशभर से आई महिलाओं से रक्षा सूत्र बंधवाने के बाद उनको संबोधित करते हुए महाभारत के एक प्रसंग का जिक्र किया.
भगवान के घर देर तो है लेकिन अंधेर नहीं
वसुंधरा राजे ने कहा कि महाभारत में कृष्ण की अंगुली कट गई तो द्रौपदी ने साड़ी फाड़ कर कृष्ण की उंगली पर बांधी. इस पर श्री कृष्ण ने भी कौरवों से उनकी रक्षा की. राजे ने कहा कि मैं भी कृष्ण की प्रेरणा से आपकी सेवा करूंगी और हर राजस्थानी के हक के लिए लड़ती रहूंगी. पूर्व सीएम ने कहा कि यह धागा उसे ही बांधें जो इस धागे का धर्म निभाये जैसे भगवान कृष्ण. राजे ने कहा कि भगवान के घर देर तो है लेकिन अंधेर नहीं. अब वसुंधरा राजे के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
राजे बोलीं- यह मेरे लिए सुरक्षा कवच है
राजे यहीं नहीं रुकी बल्कि ये भी कहा कि वे राजस्थान से कहीं नहीं जाने वाली हैं. उन्होंने कहा कि यहां मौजूद महिलाओं का जोश देख कर यह तो तय है कि नारी शक्ति का यह प्रवाह राजस्थान की महिला विरोधी कांग्रेस सरकार को बहा कर ले जाएगा. उन्होंने कहा कि रक्षासूत्र यूं तो कच्चा धागा है, लेकिन यह मजबूत और अटूट है. यह मेरे लिए सुरक्षा कवच है. इसमें राजस्थान की संपूर्ण महिलाओं की शक्ति है जो मुझे हर मुश्किल को पार करने का हौंसला देगा. प्रदेशवासियों की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा.
राजे का यह बयान कई मायनों में अहम है
हालांकि पार्टी ने वसुंधरा राजे के इस बयान को लेकर राजस्थान में महिलाओं की प्रताड़ना के तौर पर देखा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि महिला शक्ति कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एकत्रित हुई हैं. उल्लेखनीय है कि द्वापर युग में महाभारत में द्रौपदी के साथ क्या हुआ था और किस प्रकार से श्रीकृष्ण ने उनकी रक्षा की ये सभी जानते हैं. लेकिन वर्तमान युग में जब वसुंधरा राजे की राजनीति खत्म होने के कयास लगाए जा रहे हैं तब उनका ये बयान कई मायनों में अहम है.