बिना गारंटी के 3 लाख तक का लोन, ब्याज भी बेहद कम- जानें विश्वकर्मा योजना के बारे में सबकुछ, जिसे पीएम मोदी ने किया लॉन्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को ‘विश्वकर्मा जयंती’ के अवसर पर पारंपरिक कारीगरों के लाभ के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना शुरू की. उन्‍होंने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए घोषणा की थी कि सरकार जल्द ही पारंपरिक शिल्प कौशल में कुशल व्यक्तियों के लिए एक योजना शुरू करेगी. उन्‍होंने अपने 73वें जन्‍मदिन पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की. पीएम मोदी ने दिल्‍ली के द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना के शुभारंभ के दौरान 18 पोस्ट टिकट और टूलकिट बुकलेट भी लॉन्च की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार बिना किसी (बैंक) गारंटी के 3 लाख रुपये तक का लोन देगी. यह भी सुनिश्चित किया गया है कि ब्याज दर भी बहुत कम हो. सरकार ने फैसला किया है कि शुरुआत में ₹1 लाख का ऋण दिया जाएगा और जब इसे चुकाया जाएगा, तो सरकार विश्वकर्मा भागीदारों को अतिरिक्त ₹2 लाख का ऋण प्रदान करेगी.

  • पीएम विश्वकर्मा की योजना को ₹13,000 करोड़ के परिव्यय के साथ पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा.
  • योजना के तहत, संभावित लाभार्थियों को बायोमेट्रिक-आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से निःशुल्क पंजीकृत किया जाएगा.
  • यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी.
  • प्रारंभ में, 18 पारंपरिक व्यापारों को कवर किया जाएगा. इनमें बढ़ई (सुथार), नाव बनाने वाला, शस्त्रागार, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार (कुम्हार), मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी, और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं.
  • पहले वर्ष में, पाँच लाख परिवारों को कवर किया जाएगा और FY24 से FY28 तक पाँच वर्षों में कुल 30 लाख परिवारों को कवर किया जाएगा.
  • योजना का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों.
  • योजना के लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी. बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण सहित कौशल उन्नयन प्रदान किया जाएगा.
  • पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को ₹15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन, ₹1 लाख (पहली किश्त) तक संपार्श्विक-मुक्त क्रेडिट सहायता और 5% की रियायती ब्याज दर पर ₹2 लाख (दूसरी किश्त) के लिए और डिजिटल लेनदेन व विपणन सहायता के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा.
इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *