भारत मंडपम में ताकतवर देशों के राष्ट्र अध्यक्षों का जमावड़ा, पीएम मोदी ने गर्मजोशी से किया स्वागत, कोणार्क चक्र पर टिकी निगाहें

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल ‘भारत मंडपम’ में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत विश्व नेताओं का शनिवार सुबह स्वागत किया. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक एवं चेयरमैन क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की महानिदेशक नगोजी ओकोंजो-इवीला प्रगति मैदान में नवनिर्मित आयोजन स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वालों में शामिल थीं.

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बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडेज और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का भी मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ ही ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति को गले लगाकर उनका स्वागत किया.

जी20 की अगली अध्यक्षता ब्राजील संभालेगा। लूला अपनी पत्नी और ब्राजील की प्रथम महिला रोसेंजेला डा सिल्वा के साथ आए हैं. विश्व नेताओं के स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया था, जिसके रास्ते में पंक्तिबद्ध तरीके से राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए थे और दीवारों पर विभिन्न योग आसन दर्शाए गए थे. मोदी ने जिस जगह पर विश्व नेताओं का स्वागत किया, उसके ठीक पीछे 13वीं शताब्दी की प्रसिद्ध कलाकृति कोणार्क चक्र की प्रतिकृति स्थापित की गई है. इस चक्र को समय, प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है.

प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति को कोणार्क चक्र की भव्यता समझाते हुए दिखे. सुनक ने नमस्ते कहकर पीएम मोदी का अभिवादन किया. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक यियोल, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन देर लेयेन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव भी भारत मंडपम पहुंचे.

चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, तुर्किये के राष्ट्रपति रज्जब तैय्यब एर्दोआन, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, नाजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद तिनुबु, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह सईद हुसैन खलील अल-सिसी, ओमान के उप प्रधानमंत्री सैय्यद असद बिन तारिक अल सैद और स्पेन की प्रथम उप राष्ट्रपति नादिया कैल्विनो का भी प्रधानमंत्री मोदी ने स्वागत किया.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन स्थल ‘भारत मंडपम’ पहुंचे विश्व नेताओं से हाथ मिलाकर शनिवार को उनका स्वागत किया और इस दौरान पृष्ठभूमि में ओडिशा के पुरी स्थित सूर्य मंदिर के कोणार्क चक्र की प्रतिकृति ने स्वागत स्थल की शोभा बढ़ाई. कोणार्क चक्र का निर्माण 13वीं शताब्दी में राजा नरसिम्हादेव-प्रथम के शासनकाल में किया गया था. कुल 24 तीलियों वाले इस पहिये को तिरंगे में भी दर्शाया गया है। यह चक्र भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है. इस चक्र का घूमना ‘कालचक्र’ के साथ-साथ प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक है. यह लोकतंत्र के पहिये का एक शक्तिशाली प्रतीक है, जो लोकतांत्रिक आदर्शों के लचीलेपन और समाज में प्रगति को लेकर प्रतिबद्धता दर्शाता है.

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