72 साल की उम्र में पीएम मोदी में देश सेवा के लिए कमाल कर देने वाली ऊर्जा है. उनकी एनर्जी वाकई आज के युवाओं को शर्मिंदा कर देने वाली है. वहीं G20 समिट से पहले पीएम मोदी ने moneycontrol.com से खास बातचीत की. इस दौरान उनसे पूछा गया, ‘आप 72 वर्ष के हैं, लेकिन आपकी ऊर्जा का स्तर बहुत कम उम्र के लोगों को शर्मसार कर देगा. क्या चीज आपको सक्रिय रखती है? इसका जवाब उन्होंने “महत्वाकांक्षा और मिशन” के बीच के अंतर को समझाते हुए दिया. आइए जानते हैं पीएम ने इस सवाल का जवाब कैसे दिया…
पीएम मोदी ने कहा, “दुनियाभर में ऐसे कई लोग हैं जो किसी मिशन के लिए अपनी ऊर्जा, समय और संसाधनों का पूरा उपयोग करते हैं. ऐसा नहीं है कि मैं इस मामले में अकेला या असाधारण हूं. राजनीति में प्रवेश करने से पहले कई दशकों तक, मैं समाज के साथ जमीनी स्तर पर, लोगों के बीच सक्रिय रूप से काम कर रहा था. इस अनुभव का एक फायदा यह हुआ कि मैं ऐसे कई प्रेरणादायक लोगों से मिला, जिन्होंने खुद को पूरी तरह से एक उद्देश्य के लिए समर्पित कर दिया. मैंने उनसे सीखा.”
क्या है महत्वाकांक्षा और मिशन के बीच का अंतर?
वहीं, उन्होंने दूसरे पहलू को साझा करते हुए महत्वाकांक्षा और मिशन के बीच के अंतर को स्पष्ट किया. पीएम मोदी ने कहा, “जब कोई महत्वाकांक्षा के कारण काम करता है, तो उसके सामने आने वाला कोई भी उतार-चढ़ाव उसे परेशान कर सकता है. क्योंकि महत्वाकांक्षा पद, शक्ति, सुख-सुविधाओं आदि के प्रति लगाव से आती है. लेकिन जब कोई किसी मिशन के लिए काम करता है तो उसे व्यक्तिगत लाभ कुछ नहीं होता, इसलिए उतार-चढ़ाव का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता. किसी मिशन के प्रति समर्पित होना अनंत आशावाद और ऊर्जा का एक निरंतर स्रोत है. इसके अलावा, मिशन की भावना के साथ-साथ अनावश्यक मामलों से अलगाव की भावना भी आती है जो ऊर्जा को पूरी तरह से महत्वपूर्ण चीजों पर केंद्रित करने में मदद करती है.”
क्या है पीएम मोदी का मिशन?
इस खास इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, “मेरा मिशन अपने देश और अपने लोगों के विकास के लिए काम करना है. इससे मुझे बहुत ऊर्जा मिलती है, खासकर इसलिए क्योंकि हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है. मैंने पहले भी कहा था कि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले भी मैं एक आम आदमी की तरह भारत के लगभग हर जिले में गया था और रहा था. मैंने कठिन जीवन जीने वाले लोगों के लाखों उदाहरण प्रत्यक्ष रूप से देखे हैं. मैंने बड़ी प्रतिकूलताओं के सामने भी उनकी दृढ़ भावना और दृढ़ आत्म-विश्वास देखा है. हमारा इतिहास महान है और महानता के सभी तत्व अभी भी हमारे लोगों में मौजूद हैं.”
सशक्त मंच का निर्माण करना मेरा मिशन है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि हमारे देश में बहुत सारी अप्रयुक्त क्षमताएं हैं और दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है. हमारे लोगों को बस एक मंच की जरूरत है जहां से वे चमत्कार कर सकें. ऐसे सशक्त मंच का निर्माण मेरा मिशन है. यह मुझे हर समय प्रेरित रखता है. इसके अलावा, निश्चित रूप से, जब कोई व्यक्तिगत स्तर पर किसी मिशन के लिए समर्पित होता है, तो स्वस्थ शरीर और दिमाग को बनाए रखने के लिए अनुशासन और दैनिक आदतों की आवश्यकता होती है, जिसका मैं निश्चित रूप से ध्यान रखता हूं.”